नई दिल्ली/गुरुग्राम: राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल पर चले जाने की वजह से कामकाज पूरी तरह ठप पड़ा रहा. जिस वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का दूसरा दिन
शनिवार को निदेशक डॉक्टर यामिनी से तो जूनियर डॉक्टर्स की मुलाकात नहीं हुई, लेकिन उन्हें पदमुक्त करने के लिए नोटिस जरूर मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से थमा दिया गया. वहीं अपने ऊपर गाज गिरती देखर जूनियर डॉक्टर्स ने स्थानीय कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने मुलाकात की. जिन्होंने डॉक्टर्स को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.
वहीं जूनियर डॉक्टर्स की माने तो जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती है, वो ऐसे ही हड़ताल पर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा कि चाहे कॉलेज प्रशासन उन्हें पदमुक्त ही क्यों ना करे, लेकिन वो हड़ताल खत्म नहीं करेंगे.
इन मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं जूनियर डॉक्टर
डॉक्टर्स के मुताबिक वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. उनके मुताबिक उन्हें 45 हजार बेसिक वेतन के अलावा 15 हजार रुपये मेवात भत्ता मिलता है. कुल मिलाकर करीब 60 हजार रुपये मासिक वेतन जूनियर डॉक्टर को मिल पा रहा है. नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में कार्यरत जूनियर डॉक्टर कहते हैं कि सूबे के खानपुर, कल्पना चावला जैसे मेडिकल कॉलेज में सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू होने के बाद पिछले करीब दो साल से 90 हजार रुपये के करीब वेतन मिलता है.