नई दिल्ली/गुरुग्राम से मध्य प्रदेश जा रही सवारियों से भरी को फाइनेंस कपंनी की ओर से रोके जाने के बाद से गुरुग्राम आरटीए विभाग भी सतर्क हो गया है. आरटीए विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये बस बना परमिट के जा रही थी. इसके बाद से जिले की दूसरे राज्यों को चलने वाली निजी बसों का डाटा इकट्टा किया जा रहा है. इसके अलावा बिना परमिट के निजी बसों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा. आरटीए सहायक अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि उसके लिए जल्द ही टीमों का गठन कर जांच शुरू की जाएगी.
दरअसल गुरुग्राम से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान के लिए बिना परमिट के निजी बसों के संचालन की बात नहीं है. इससे पहले भी ट्रांसपोर्ट मंत्री मूलचंद शर्मा ने औचक निरीक्षण के दौरान कई बसों को खुद पकड़ा था. वहीं गुरुग्राम के खांडसा रोड, हीरो हौंडा चौक, राजीव चौक और इफको चौक पर बनी पार्किंग से अनाधिकृत तौर पर बस अड्डे का संचालन किया जा रहा है. यहां से रात और अलसुबह दूरदराज इलाकों के लिए निजी बसें चलाई जाती हैं. अभी तक बस संचालक बिना अनुमति के ही बसों को धड़ल्ले से चला रहे हैं.
वहीं आरटीए की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने पर निजी बस संचालकों का एक पूरा नेटवर्क चल रहा है. जिसमें सवारियों को बिना टिकट के ही सफर कराया जाता है. गुरुग्राम ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव प्रदीप मोदी ने बताया कि इन बस संचालकों के खिलाफ गुरुग्राम ट्रेफिक पुलिस और आरटीओ सचिव से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.