नई दिल्ली/गुरुग्रामः साइबर सिटी गुरुग्राम के सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग और कैंपस अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तर्ज पर होगी. इसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ से बजट की मांग की गई है. ये मांग गुरुग्राम के विधायकों की स्कूलों की लिस्ट के बाद तैयार की गई है. इस लिस्ट में वो सभी सरकारी स्कूल शामिल है जिनकी इमारतें जर्जर हो चुकी है या फिर किराए पर चलाए जा रहे हैं.
सरकार को सौंपी गई बजट लिस्ट
देश की राजधानी और आम आदमी पार्टी के शिक्षा के मॉडल को अब गुरुग्राम में भी लागू करने की कोशिशें की जा रही है. जिसमें सबसे पहले उन स्कूलों को चुना गया है जिनकी बिल्डिंग कंडम हो चुकी है. ऐसे स्कूलों की लिस्ट विधायकों ने अपने अपने एरिया से दी है और उन स्कूलों को चुना है जिनकी बिल्डिंग कंडम या फिर वो स्कूल जो किराए के कमरों में चल रहे हैं. गुरुग्राम के चारों विधायकों की लिस्ट के बाद शिक्षा विभाग की तरफ से सरकार को बजट की लिस्ट दी गई है.
जल्द शुरू होगा बिल्डिंग बनाने का काम- डीईईओ
इस लिस्ट में गुरुग्राम के चारों ब्लॉकों के एक दर्जन से ज्यादा स्कूल शामिल हैं. जिनकी बिल्डिंग और स्कूल कैंपस को दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तर्ज पर बनाने की कोशिशें की जा रही है ताकि सरकारी स्कूलों के बच्चों को एक बेहतर माहौल में शिक्षा दी जा सके. इनमें से आधा दर्जन स्कूलों की बिल्डिंग और कैंपस के लिए करोड़ों का बजट भी हरियाणा सरकार पास कर चुकी है और जल्द ही बिल्डिंग बनाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा.
सरकारी स्कूलों में मिलेगी अच्छी शिक्षा
बहरहाल देखना होगा कि आखिर कब तक दिल्ली के शिक्षा मॉडल को गुरुग्राम में अपनाने का फैसला कारगर साबित होता है. क्योंकि शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद एक ओर जहां गुरुग्राम के सरकारी स्कूलों के हालात सुधरेगी तो वहीं सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिलेगी. जिससे बच्चों के उज्जवल भविष्य के सपने भी साकार होने की उम्मीद बढ़ जाएगी.