नई दिल्ली/सोनीपत: कोरोना की दूसरी लहर पूरे देश में कहर बरपा रही है. ऐसे में कोरोना मरीजों की मदद के लिए आंदोलन कर रहे किसान आगे आए हैं. दिल्ली के चारों ओर धरने पर बैठे किसानों ने तय किया है कि कोरोना महामारी के इस दौर में वो दिल्ली के अस्पतालों को रोजाना पैक्ड भोजन मुहैया करवाएंगे ताकि मरीजों और जरूरतमंदों को किसी तरह के भोजन संकट से दो-चार न होना पड़े.
बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर से किसान पहले से ही दिल्ली के बस अड्डों, स्टेशनों और अस्पतालों में खाना बांट रहे हैं. जिसके बाद अब मंगलवार से सिंघु बॉर्डर से भी किसान दिल्ली खाना भेजने का काम करेंगे.
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किसान नेताओं ने कहा कि इस महामारी में सरकारी तंत्र के फेल होने पर देश के नागरिक खुद एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं. दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल होने पर लोगों का एक-दूसरे की सेवा करना बंधुत्व और एकता की मिसाल है.
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किसान नेताओं ने कहा कि किसान मोर्चे के रास्ते में जो भी ऑक्सीजन या अन्य सेवाएं लेकर वाहन पहुंच रहे हैं, वॉलंटियर इन वाहनों को पूरी मदद करके गंतव्य पर पहुंचने में मदद कर रहे हैं. वो कोरोना संक्रमण के तकनीकी पक्ष से वाकिफ हैं, लेकिन सरकार इसे अपने लिए ढाल न बनाए. कोरोना से लड़ने की बजाय इसके बहाने देश में विरोध की आवाज को नहीं दबा सकते.