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ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर किसानों ने SDM को सौंपा ज्ञापन

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Published : Mar 16, 2020, 11:41 PM IST

नूंह में ओलावृष्टि और बारिश की वजह से दर्जनों गांवों की सरसों और गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. जिसके कारण किसानों ने नूंह लघु सचिवालय पर जाकर प्रदर्शन किया.

farmers protest for compensation in nuh
किसानों ने SDM को सौंपा ज्ञापन

नई दिल्ली/नूंह: शनिवार देर रात हुई बे मौसम बरसात और ओलावृष्टि से पुनहाना खंड के दर्जनों गांवों की सरसों और गेंहूं की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई. जिसके मुआवजे के लिए किसानों ने लघु सचिवायल पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

किसानों ने SDM को सौंपा ज्ञापन

किसानों का कहना है कि पहले भी उनकी फसल बर्बाद हो गई थी. जिसका मुआवजा सरकार ने अभीतक नहीं दिया है.

इस संबंध में समाजसेवी रसीद अहमद ने कहा कि शनिवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण उनकी पके हुए गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. उन्होंने कहा कि गेहूं के खेतों में कई - कई फुट तक पानी भरा है. उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा दे. इसके अलावा जिन किसानों पर बैंकों का कर्जा है, उसे माफ किया जाए.

रसीद अहमद ने कहा कि अगर जिला प्रशासन ने किसानों के दर्ज को समझते हुए तत्काल स्पेशल गिरदावरी के आदेश नहीं दिए तो किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो सकता है.

इस संबंध में एसडीएम वैशाली शर्मा ने कहा कि महज दो तीन दिनों में गिरदावरी करने के आदेश सभी पटवारियों को दे दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गिरदावरी कराकर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को चंडीगढ़ भेज दी जाएगी. जिसके बाद ही मुआवजे के बारे में स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगी.

वहीं किसान शमसुद्धिन ने कहा कि किसानों से फर्द निकलवाते समय दस की सरकार फीस लेने के बजाए भारी-भरकम रकम वसूल की जा रही है.

नई दिल्ली/नूंह: शनिवार देर रात हुई बे मौसम बरसात और ओलावृष्टि से पुनहाना खंड के दर्जनों गांवों की सरसों और गेंहूं की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई. जिसके मुआवजे के लिए किसानों ने लघु सचिवायल पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

किसानों ने SDM को सौंपा ज्ञापन

किसानों का कहना है कि पहले भी उनकी फसल बर्बाद हो गई थी. जिसका मुआवजा सरकार ने अभीतक नहीं दिया है.

इस संबंध में समाजसेवी रसीद अहमद ने कहा कि शनिवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण उनकी पके हुए गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. उन्होंने कहा कि गेहूं के खेतों में कई - कई फुट तक पानी भरा है. उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा दे. इसके अलावा जिन किसानों पर बैंकों का कर्जा है, उसे माफ किया जाए.

रसीद अहमद ने कहा कि अगर जिला प्रशासन ने किसानों के दर्ज को समझते हुए तत्काल स्पेशल गिरदावरी के आदेश नहीं दिए तो किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो सकता है.

इस संबंध में एसडीएम वैशाली शर्मा ने कहा कि महज दो तीन दिनों में गिरदावरी करने के आदेश सभी पटवारियों को दे दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गिरदावरी कराकर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को चंडीगढ़ भेज दी जाएगी. जिसके बाद ही मुआवजे के बारे में स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगी.

वहीं किसान शमसुद्धिन ने कहा कि किसानों से फर्द निकलवाते समय दस की सरकार फीस लेने के बजाए भारी-भरकम रकम वसूल की जा रही है.

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