नई दिल्ली/गुरुग्राम: गुरुग्राम में कोरोना वायरस की वजह से स्वास्थ्य सेवा ही वेंटिलेटर पर आती नजर आ रही है. हर रोज बढ़ते मरीजों की संख्या के साथ बेड की संख्या घट रही है. अब हालत ये हो चुकी है कि डॉक्टर मरीजों का इलाज अस्पताल के बाहर की करने को मजबूर हो गए हैं.
ऐसा ही कुछ देखने को मिला है सेक्टर 10 के नागरिक अस्पताल में. जहां बेड खाली नहीं होने की वजह से कोरोना संदिग्ध मरीज को अस्पातल में भर्ती नहीं किया जा सका. कोरोना मरीज की हालत इतनी खराब थी कि उसे डॉक्टर अस्पताल के बाहर इंजेक्शन लगाते दिखाई दिए.
बेड नहीं था तो बाहर ही शुरू किया इलाज
दरअसल, नागरिक अस्पताल में बेड नहीं था जिस वजह से मरीज को बाहर ग्राउंड पर लेटा दिया गया. इसके बाद उसे वहीं इंजेक्शन देकर रोहतक पीजीआई रेफर किया गया. बताया जा रहा है कि मरीज ने कोरोना की जांच कराई है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है. वहीं इस बीच उसकी बिगड़ी हालत को देखते हुए उसे रोहतक रेफर किया गया है.
ये भी पढ़िए: दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 21 की मौत, 200 जिंदगी दांव पर
जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम में करीब 40 सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में कोविड 19 का इलाज हो रहा है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन 40 अस्पतालों में बेड्स की संख्या ना के बराबर है. गुरुग्राम में ऑक्सीजन स्पोर्ट बेड्स की संख्या 16 है, जबकि आईसीयू बेड्स की संख्या सिर्फ 1 ही बची है.