गुरुग्राम: जिले के सेक्टर-52 स्टेट ताऊ देवी लाल बायो डायवर्सिटी पार्क में अब 5 कौए मृतक मिले. मरे हुए कौवे को देखकर बर्ड फ्लू की आशंका के चलते लोगों ने वन्यजीव विभाग को सूचित किया. फिलहाल वन्यजीव विभाग पड़ताल में जुटा हैं. वहीं विभाग के अधिकारियों ने ऐतिहासिक अभी लोगों को पार्क में जाने से परहेज करने को कहा. दरअसल जब आज सुबह लोग सैर करने पार्क में पहुंचे तो कौवे मृतक अवस्था में मिले. जिसके बाद लोगों ने वन्यजीव विभाग को सूचित किया.
जींद में भी हुई 10 कौवों की मौत
आपको बता दें कि जींद में भी 10 कौवों की संदिग्ध मौत हुई है, जिसके बाद जिले के पोल्ट्री फार्म्स को एडवाइजरी जारी कर दी गई है. दरअसल, जींद के कलोदा गांव में 10 मरे हुए कौवे मिले हैं. कौवौं की मौत से एनिमल हसबेंडरी एवं डायरिंग विभाग में हड़कंप मच गया.
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पंचकूला में भी लाखों मुर्गियों की मौत
वहीं पंचकूला जिले के बरवाला, रायपुर रानी और कोट में स्थित पोल्ट्री फार्म में लाखों की संख्या में मुर्गियों के दम तोड़ने का मामला सामने आया है. आशंका है कि बर्ड फ्लू की वजह से इन मुर्गियों की मौत हुई है, सीएमओ डॉक्टर जसजीत कौर के मुताबिक अमूमन सर्दियों के सीजन में बर्ड्स की मौत सामने आती है, लेकिन पहले के मुकाबले इस बार ज्यादा बर्ड्स की मौत हुई है.
इंसानों के लिए क्यों खतरनाक है बर्ड फ्लू?
विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू का वायरस मुर्गियों में भी पाया गया, तो यह सबसे बड़ा खतरा बन जाएगा. मुर्गियों से इंसानों में वायरस फैलने की अधिक संभावना रहती है. इस फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, नाक बहना, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना.
यह बीमारी इंसानों में मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों के बेहद पास रहने से होती है. यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है. एवियन इन्फ्लूएंजा-H5N1 नाम का यह वायरस काफी खतरनाक होता है और यह इंसानों की जान तक ले सकता है.