नई दिल्ली/गुरुग्रामः साइबर सिटी गुरुग्राम जहां विश्व में अपनी पहचान बना चुका है तो वहीं गुरुग्राम में अपराधिक घटनाएं भी अपने पैर पसार रही है. जिसे कम करने के लिये गुरुग्राम शहर में 1200 कैमरे लगाए जा रहे हैं. सीसीटीवी लगने से पूरा शहर तीसरी आंख की साए में रहेगा और गुरुग्राम पुलिस को भी अपराधिक घटनाओं को जल्द सुलझाने में मदद मिलेगी.
ऐसे में जेएमडीए ने हाई क्वालिटी फेस रिकॉग्निशन कैमरों के लिए 5 ऐसी जगह को भी चिन्हित किया है. जो संवेदनशील हैं जहां अपराधिक घटनाएं ज्यादा होती हैं. इन कैमरों की सबसे अच्छी खूबी होगी कि ये अपराधी के चेहरे को 24 घंटे फोकस कर तस्वीर ले सकते हैं.
अपराधियों को पकड़ने में मिलेगी मदद
डीसीपी ट्रैफिक हिमांशु गर्ग की माने तो पुलिस एक ऐसा सॉप्टवेयर लगा रही है कि अगर कोई अपराधी अपराध करने के बाद गुरुग्राम में आता है, तो उसकी मदद से अपराधी के चेहरे का मिलान गुरुग्राम में लगे कैमरों से हो सकेगा और गुरुग्राम पुलिस को अपराधी की लोकेशन और समय दोनों पता चल जाएगा.
ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर होगी सख्ती
गुरुग्राम पुलिस के डीसीपी की माने तो साइबर सिटी की सड़कों पर यातायात नियमों को ताक पर रखकर वाहन दौड़ाने वाले लोगों को अब सावधान हो जाना चाहिए. क्योंकि शहर के चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से आपकी लापरवाही पर नजर रखी जा रही है.
यातायात नियमों की परवाह न करने वाले वाहन चालकों से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने अब इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर(आईसीसीसी) में बैठकर कैमरों की मदद से नियमों की अवहेलना करने वालों के चालान काटने शुरू कर दिए हैं. ऐसे में अगर आप गुरूग्राम में ट्रैफिक वायलेशन करते हैं और अगर वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं होता तो इन कैमरों से ही चालान कट कर आपके घर पहुंच जाएगा. जिसका भुगतान आपको करना पड़ेगा.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट तहत लगाए जा रहे कैमरे
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा जिले में 1200 कैमरे लगने हैं. वहीं अभी तक जेएमडीए के द्वारा 55 जगहों पर 300 से ज्यादा कैमरे लगाए जा चुके हैं. वहीं इस कैमरों की मदद से जहां गुरुग्राम पुलिस को अपराध कम करने में मदद मिलेगी तो वहीं ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वालों पर भी नकेल कसी जा सकेगी.