ETV Bharat / city

अयोध्या का फैसला तो आ गया पर यहां इंटरनेट की समस्या खड़ी हो गई, जानिए कैसे - नूंह में इंटरनेट स्पीड की समस्या

नूंह में इंटरनेट की समस्या से उपभोक्ता परेशान हैं. उपभोक्ताओं के मुताबिक उन्हें रूटीन की चीजों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ना तो वो ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर पा रहे हैं और ना ही ऑनलाइन पेमेंट.

Consumers upset due to internet speed problem in Nuh after ayodhya babri case
नूंह में इंटरनेट की समस्या से उपभोक्ता परेशान
author img

By

Published : Nov 29, 2019, 11:21 AM IST

Updated : Nov 29, 2019, 11:30 AM IST

नई दिल्ली/गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह जिले में अयोध्या केस के बाद से यहां के लोग इंटरनेट की समस्या से जूझ रहे हैं. जिले में वोडाफोन और जिओ के उपभोक्ताओं की संख्या सबसे ज्यादा हैं. एयरटेल और बीएसएनएल के उपभोक्ता भी अच्छी खासी संख्या में हैं, लेकिन यहां इंटरनेट की स्पीड कम होने की वजह से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है.

नूंह के लोग इंटरनेट की समस्या से हैं परेशान
इंटरनेट की कम स्पीड से उपभोक्ता परेशानअयोध्या पर जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था. तो प्रशासन ने एहतिहातन नूंह में तीन दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी थी. उपभोक्ताओं के मुताबिक तीन बाद इंटरनेट सेवाओं को बहाल तो कर दिया गया, लेकिन स्पीड वैसी नहीं रही जैसे पाबंदी से पहले आती थी.

4जी सेवा में मिल रही है 2जी की स्पीड
उपभोक्ताओं के मुताबिक 4जी सेवा में इंटरनेट की स्पीड 2जी जैसी आती है. कम स्पीड की वजह से मोबाइल एप को खुलने में काफी वक्त लगता है और उपभोक्ता ठंग से इंटरनेट का इस्तेमाल तक नहीं कर पाते. अगर कोई वीडियो अपलोड करने लगे तो कई-कई घंटों इंतजार करना पड़ता है.

ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में परेशानी
उपभोक्ताओं के मुताबिक उन्हें रूटीन की चीजों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ना तो वो ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर पा रहे हैं और ना ही ऑनलाइन पेमेंट. इंटरनेट से संबंधित सभी काम ठप पड़े हैं. उपभोक्ताओं ने सरकार और प्रशासन से इंटरनेट की स्पीड को तेज करने की मांग की.

नई दिल्ली/गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह जिले में अयोध्या केस के बाद से यहां के लोग इंटरनेट की समस्या से जूझ रहे हैं. जिले में वोडाफोन और जिओ के उपभोक्ताओं की संख्या सबसे ज्यादा हैं. एयरटेल और बीएसएनएल के उपभोक्ता भी अच्छी खासी संख्या में हैं, लेकिन यहां इंटरनेट की स्पीड कम होने की वजह से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है.

नूंह के लोग इंटरनेट की समस्या से हैं परेशान
इंटरनेट की कम स्पीड से उपभोक्ता परेशानअयोध्या पर जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था. तो प्रशासन ने एहतिहातन नूंह में तीन दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी थी. उपभोक्ताओं के मुताबिक तीन बाद इंटरनेट सेवाओं को बहाल तो कर दिया गया, लेकिन स्पीड वैसी नहीं रही जैसे पाबंदी से पहले आती थी.

4जी सेवा में मिल रही है 2जी की स्पीड
उपभोक्ताओं के मुताबिक 4जी सेवा में इंटरनेट की स्पीड 2जी जैसी आती है. कम स्पीड की वजह से मोबाइल एप को खुलने में काफी वक्त लगता है और उपभोक्ता ठंग से इंटरनेट का इस्तेमाल तक नहीं कर पाते. अगर कोई वीडियो अपलोड करने लगे तो कई-कई घंटों इंतजार करना पड़ता है.

ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में परेशानी
उपभोक्ताओं के मुताबिक उन्हें रूटीन की चीजों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ना तो वो ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर पा रहे हैं और ना ही ऑनलाइन पेमेंट. इंटरनेट से संबंधित सभी काम ठप पड़े हैं. उपभोक्ताओं ने सरकार और प्रशासन से इंटरनेट की स्पीड को तेज करने की मांग की.

Intro:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी ;- इंटरनेट सेवाओं से उपभोक्ता परेशान , अच्छी स्पीड का दावा करने वाली इंटरनेट कंपनियां ग्राहकों की काटने लगी जेब
सूबे का सबसे पिछड़ा जिला नूह भले ही आर्थिक , शैक्षणिक , सामाजिक एतबार से पिछड़ा हुआ हो , लेकिन इंटरनेट यूजर की संख्या यहां शायद ही किसी जिले से कम हो। पढ़े - लिखे तो दूर यह जिला ऐसा है , जिसमें अनपढ़ भी इंटरनेट का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। वोडाफोन , जिओ के उपभोक्ताओं की संख्या सबसे अधिक है , तो एयरटेल , बीएसएनएल के उपभोक्ताओं की भी कमी नहीं है। इंटरनेट स्पीड के मामले में नूह जिला ठीक माना जाता रहा , लेकिन अयोध्या पर आये सुप्रीम फैसले की वजह से तीन दिन के लिए इस जिले की इंटरनेट सेवाओं पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी थी। देशभर के साथ - साथ नूह जिले में भी जब फैसले के बाद पूरी तरह शांति की खबरें आई तो इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया। इंटरनेट सेवाओं में उसके बाद इतनी फुर्ती नहीं जीतनी पाबंदी लगने से पहले थी। मोबाइल में भी किसी एप को खोलने यूट्यूब इत्यादि चलाने में ग्राहकों को पसीने छूटने लगे। वीडियो अपलोड करने में तो इंटरनेट रुला रहा है। डाटा पैक की कीमतें तो वहीँ हैं , लेकिन 4 जी स्पीड की जगह 2 जी - 3 जी स्पीड भी बड़ी मुश्किल से मिल रही है। मोबाइल दुकान करने वाले , मोबाइल चलाने वाले सब स्लो स्पीड से परेशान हैं। इंटरनेट कंपनियों के कार्यालय बड़े शहरों में हैं। नूह में ग्राहकों की सुनने वाला कोई नहीं है। इंटरनेट स्पीड और खराब सेवाओं के चलते जिस तरह भारत संचार निगम का नाम लेने वाला भी इस इलाके में दूरबीन से नजर आता है , अगर निजी इंटरनेट कंपनियों की सेवाओं का ऐसा ही रवैया रहा तो ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आने से इंकार नहीं किया जा सकता। इंटरनेट तो छोड़िये कई बार तो काल करने में भी ग्राहकों को परेशानी हो रही है। निजी इंटरनेट कंपनियां नियम - कानून का मखौल उड़ा रही हैं , लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
बाइट;- सोयल खान ग्राहक
बाइट;- खुर्शीद ग्राहक
बाइट;- एजाज खान दुकानदार
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Body:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी ;- इंटरनेट सेवाओं से उपभोक्ता परेशान , अच्छी स्पीड का दावा करने वाली इंटरनेट कंपनियां ग्राहकों की काटने लगी जेब
सूबे का सबसे पिछड़ा जिला नूह भले ही आर्थिक , शैक्षणिक , सामाजिक एतबार से पिछड़ा हुआ हो , लेकिन इंटरनेट यूजर की संख्या यहां शायद ही किसी जिले से कम हो। पढ़े - लिखे तो दूर यह जिला ऐसा है , जिसमें अनपढ़ भी इंटरनेट का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। वोडाफोन , जिओ के उपभोक्ताओं की संख्या सबसे अधिक है , तो एयरटेल , बीएसएनएल के उपभोक्ताओं की भी कमी नहीं है। इंटरनेट स्पीड के मामले में नूह जिला ठीक माना जाता रहा , लेकिन अयोध्या पर आये सुप्रीम फैसले की वजह से तीन दिन के लिए इस जिले की इंटरनेट सेवाओं पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी थी। देशभर के साथ - साथ नूह जिले में भी जब फैसले के बाद पूरी तरह शांति की खबरें आई तो इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया। इंटरनेट सेवाओं में उसके बाद इतनी फुर्ती नहीं जीतनी पाबंदी लगने से पहले थी। मोबाइल में भी किसी एप को खोलने यूट्यूब इत्यादि चलाने में ग्राहकों को पसीने छूटने लगे। वीडियो अपलोड करने में तो इंटरनेट रुला रहा है। डाटा पैक की कीमतें तो वहीँ हैं , लेकिन 4 जी स्पीड की जगह 2 जी - 3 जी स्पीड भी बड़ी मुश्किल से मिल रही है। मोबाइल दुकान करने वाले , मोबाइल चलाने वाले सब स्लो स्पीड से परेशान हैं। इंटरनेट कंपनियों के कार्यालय बड़े शहरों में हैं। नूह में ग्राहकों की सुनने वाला कोई नहीं है। इंटरनेट स्पीड और खराब सेवाओं के चलते जिस तरह भारत संचार निगम का नाम लेने वाला भी इस इलाके में दूरबीन से नजर आता है , अगर निजी इंटरनेट कंपनियों की सेवाओं का ऐसा ही रवैया रहा तो ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आने से इंकार नहीं किया जा सकता। इंटरनेट तो छोड़िये कई बार तो काल करने में भी ग्राहकों को परेशानी हो रही है। निजी इंटरनेट कंपनियां नियम - कानून का मखौल उड़ा रही हैं , लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
बाइट;- सोयल खान ग्राहक
बाइट;- खुर्शीद ग्राहक
बाइट;- एजाज खान दुकानदार
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Conclusion:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी ;- इंटरनेट सेवाओं से उपभोक्ता परेशान , अच्छी स्पीड का दावा करने वाली इंटरनेट कंपनियां ग्राहकों की काटने लगी जेब
सूबे का सबसे पिछड़ा जिला नूह भले ही आर्थिक , शैक्षणिक , सामाजिक एतबार से पिछड़ा हुआ हो , लेकिन इंटरनेट यूजर की संख्या यहां शायद ही किसी जिले से कम हो। पढ़े - लिखे तो दूर यह जिला ऐसा है , जिसमें अनपढ़ भी इंटरनेट का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। वोडाफोन , जिओ के उपभोक्ताओं की संख्या सबसे अधिक है , तो एयरटेल , बीएसएनएल के उपभोक्ताओं की भी कमी नहीं है। इंटरनेट स्पीड के मामले में नूह जिला ठीक माना जाता रहा , लेकिन अयोध्या पर आये सुप्रीम फैसले की वजह से तीन दिन के लिए इस जिले की इंटरनेट सेवाओं पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी थी। देशभर के साथ - साथ नूह जिले में भी जब फैसले के बाद पूरी तरह शांति की खबरें आई तो इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया। इंटरनेट सेवाओं में उसके बाद इतनी फुर्ती नहीं जीतनी पाबंदी लगने से पहले थी। मोबाइल में भी किसी एप को खोलने यूट्यूब इत्यादि चलाने में ग्राहकों को पसीने छूटने लगे। वीडियो अपलोड करने में तो इंटरनेट रुला रहा है। डाटा पैक की कीमतें तो वहीँ हैं , लेकिन 4 जी स्पीड की जगह 2 जी - 3 जी स्पीड भी बड़ी मुश्किल से मिल रही है। मोबाइल दुकान करने वाले , मोबाइल चलाने वाले सब स्लो स्पीड से परेशान हैं। इंटरनेट कंपनियों के कार्यालय बड़े शहरों में हैं। नूह में ग्राहकों की सुनने वाला कोई नहीं है। इंटरनेट स्पीड और खराब सेवाओं के चलते जिस तरह भारत संचार निगम का नाम लेने वाला भी इस इलाके में दूरबीन से नजर आता है , अगर निजी इंटरनेट कंपनियों की सेवाओं का ऐसा ही रवैया रहा तो ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आने से इंकार नहीं किया जा सकता। इंटरनेट तो छोड़िये कई बार तो काल करने में भी ग्राहकों को परेशानी हो रही है। निजी इंटरनेट कंपनियां नियम - कानून का मखौल उड़ा रही हैं , लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
बाइट;- सोयल खान ग्राहक
बाइट;- खुर्शीद ग्राहक
बाइट;- एजाज खान दुकानदार
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Last Updated : Nov 29, 2019, 11:30 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.