नई दिल्ली/गुरुग्राम: सोहना अरावली की पहाड़ी में अवैध रूप से विकसित किए गए आलीशान फार्म हाउस को ध्वस्त करने के लिए सर्वोच्च न्यालय द्वारा एनजीटी को फटकार लगाई गई. जिसके बाद सोहना नगर परिषद ने अवैध रूप से बने फार्म हाउस को तोड़ने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी में पीला पंजा चलाने के लिए कमेटी का गठन किया है.
कमेटी में कौन-कौन अधिकारी हैं शामिल?
नगर परिषद द्वारा जो कमेटी गठित की गई है, उसमें मुख्यरूप से नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी, म्युनिसिपल इंजीनियर, एडीए, एक्सईएन आदि शामिल किए गए हैं. इसके अलावा अभियान को शांतिपूर्वक निपटाने के लिए भारी पुलिस फोर्स भी साथ रहेगी. तोड़-फोड़ अभियान की कमान बीडीओ संभालेंगे.
बता दें, सोहना के पास रायसीना अरावली पहाड़ी क्षेत्र में लोगों ने भारी संख्या में अवैध फार्म हाउस स्थापित किए हुए हैं, जिनकी संख्या 434 है. ये रकबा गैर मुमकिन पहाड़ है. इसमें नामचीन लोगों ने बगैर सरकारी अनुमति के फार्म बनाए हुए हैं. ऐसे लोगों में वकील, जज, डॉक्टर, उद्योगपति, नेता आदि शामिल हैं.
बीते दिनों एनजीटी ने इन फार्म हाउसों को अवैध करार देते हुए उनको ध्वस्त करने के फरमान दिए थे, लेकिन फार्म मालिकों ने माननीय अदालत का दरवाजा खटखटा कर स्टे आदेश प्राप्त कर लिया था. जिससे प्रशासनिक कार्रवाई थम गई थी. वहीं, अब दोबारा एनजीटी के दवाब के चलते प्रशासन ने कड़ा रुख अपना लिया है और फार्म हाउसों को ध्वस्त करने की ठान ली है.
क्या कहते हैं अधिकारी?
सोहना नगर परिषद विभाग के कार्यकारी अधिकारी संदीप मलिक का कहना है कि विभाग 17 फरवरी से तोड़फोड़ अभियान चलाएगा. इसके लिए टीम गठित करके सभी तैयारी पूरी कर ली है.