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9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा नूंह का पारा, अलाव सेंकते नजर आए लोग

ठंड ने लोगों की मुसीबत और बढ़ा दी है.जिले में पारा बुधवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया है. लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं.

Bonfire is the only support to avoid cold in Nuh
ठंड का सितम
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Published : Jan 22, 2020, 3:06 PM IST

नई दिल्ली/गुरुग्राम: जिले में कड़ाके की ठंड जारी है. ठंड ने लोगों की मुसीबत और बढ़ा दी है. विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिले में पारा बुधवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया है.

जानलेवा ठंड में गर्म कपड़ों के साथ-साथ अलाव ही एकमात्र उपाय है. कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं. लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे तो चाय की चुस्की भी एक सहारा बन गया है.

ठंड का सितम

सूर्य देव भी नहीं दे रहे दर्शन

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले इलाके में बरसात हुई थी. जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है. तेज हवा और गलन के साथ-साथ सूर्य देवता के भी दर्शन लोगों को नहीं हो रहे हैं. सोमवार के दिन जरूर थोड़ी धूप दिखाई दी तो लोगों ने राहत की सांस ली. सर्दी जारी है, लेकिन नन्हें बच्चे अभी भी जानलेवा ठंड में स्कूल जा रहे हैं.

गेहूं की फसल के लिए सर्दी गुणकारी

सर्दी का कहर अगर इसी तरह जारी रहा तो लोगों को भरी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. मकानों का निर्माण करने वाले मजदूरों को मजदूरी के सर्दी की वजह से लाले पड़ रहे हैं, तो झुग्गी-झोपड़ी में रात बिताने वाले गरीबों की जान पर बन आई है. इंसान के लिए भले ही नुकसानदायक ठंड गेहूं की फसल के लिए इसे गुणकारी मानी जा रही है.

नई दिल्ली/गुरुग्राम: जिले में कड़ाके की ठंड जारी है. ठंड ने लोगों की मुसीबत और बढ़ा दी है. विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिले में पारा बुधवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया है.

जानलेवा ठंड में गर्म कपड़ों के साथ-साथ अलाव ही एकमात्र उपाय है. कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं. लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे तो चाय की चुस्की भी एक सहारा बन गया है.

ठंड का सितम

सूर्य देव भी नहीं दे रहे दर्शन

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले इलाके में बरसात हुई थी. जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है. तेज हवा और गलन के साथ-साथ सूर्य देवता के भी दर्शन लोगों को नहीं हो रहे हैं. सोमवार के दिन जरूर थोड़ी धूप दिखाई दी तो लोगों ने राहत की सांस ली. सर्दी जारी है, लेकिन नन्हें बच्चे अभी भी जानलेवा ठंड में स्कूल जा रहे हैं.

गेहूं की फसल के लिए सर्दी गुणकारी

सर्दी का कहर अगर इसी तरह जारी रहा तो लोगों को भरी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. मकानों का निर्माण करने वाले मजदूरों को मजदूरी के सर्दी की वजह से लाले पड़ रहे हैं, तो झुग्गी-झोपड़ी में रात बिताने वाले गरीबों की जान पर बन आई है. इंसान के लिए भले ही नुकसानदायक ठंड गेहूं की फसल के लिए इसे गुणकारी मानी जा रही है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- जानलेवा ठंड से बचने के लिए अलाव ही सहारा।

नूंह जिले में कड़ाके की ठंड जारी है। ठंड ने लोगों की मुसीबत ओर बढ़ा दी , विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । पारा बुधवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया। जानलेवा ठंड में गर्म कपड़ों के साथ - साथ अलाव ही एकमात्र उपाय है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं। लोग ठण्ड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे तो चाय की चुस्की भी एक सहारा बन गया है। Body:आपको बता दें कि कुछ दिन पहले इलाके में बरसात हुई थी , जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है। तेज हवा और गलन के साथ - साथ सूर्य देवता के भी दर्शन लोगों को नहीं हो रहे हैं। सोमवार के दिन जरूर थोड़ी धूप दिखाई दी तो लोगों ने राहत की सांस ली। सर्दी जारी है , लेकिन नन्हें बच्चे अभी भी जानलेवा ठंड में स्कूल जा रहे हैं। सर्दी का तांडव अगर इसे तरह जारी रहा तो लोगों को भरी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है । मकानों का निर्माण करने वाले मजदूरों को मजदूरी के सर्दी की वजह से लाले पड़ रहे हैं , तो झुग्गी - झोंपड़ी में रात बिताने वाले गरीबों की जान पर बन आई है। इंसान के लिए भले ही ठंड नुकसानदायक गेंहू की फसल के लिए इसे गुणकारी माना जा रहा है।
Conclusion:बाइट ;- इमरान खान
बाइट ;- वाहिद
बाइट ;- कुर्शिद अहमद।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
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