नई दिल्ली/नूंह: पूर्व सांसद चौधरी खुर्शीद अहमद की पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने कई राजनीतिक दिग्गज नूंह पहुंचे. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेद्र सिंह हुड्डा और विधायक आफताब अहमद भी शामिल थे. इस दौरान हुड्डा ने कहा कि चौधरी खुर्शीद अहमद पहली बार 1962 में विधायक बने थे और उस समय मेरी उम्र महज 14 साल की थी.
उन्होंने कहा कि चौधरी खुर्शीद अहमद मंत्री रहे, सांसद रहे ,उन्होंने हमेशा इस इलाके की शिक्षा-स्वास्थ्य इत्यादि चीजों पर ध्यान दिया. उन्होंने कहा कि वो उनके पिताजी स्वर्गीय रणवीर सिंह हुड्डा के साथ भी विधायक रहे थे. उस समय मेरे पिता सिंचाई मंत्री थे. उन्होंने कहा कि जो आज मेवात इलाके में तरक्की है उसमें चौधरी खुर्शीद अहमद और उनके पुत्र विधायक आफताब अहमद का अहम रोल है.
मेवात को विश्वविद्यालय की सौगात देने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर इस इलाके का प्यार विधायकों पर ऐसे ही बना रहा तो एक नहीं बल्कि दो-दो विश्वविद्यालय आने वाले समय पर यहां पर होंगे. किसान आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए. बहुत लंबा समय हो गया है, सरकार को वार्तालाप करके इसका समाधान निकालना चाहिए. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ जो चार्जशीट पेश की गई उसके बारे में सवाल पूछे जाने पर वह पूरी तरह से चुप्पी साध गए.
इस दौरान विधायक आफताब अहमद ने कहा कि उनके पिता स्वर्गीय चौधरी खुर्शीद अहमद एवं पूर्व सांसद ने जो काम अधूरे छोड़े थे, अब उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इलाके के लोगों का हमेशा आभारी रहेंगे जिन्होंने इस तरीके से चौधरी खुर्शीद अहमद की पहली बरसी पर इलाके की जनता का हरियाणा के तमाम नेताओं ने आकर सिराजे हकीकत पेश की है.
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनेगी तो मेवात जिले को विश्वविद्यालय का तोहफा भी जरूर दिलवाया जाएगा. आफताब अहमद ने कहा कि लोग चौधरी खुर्शीद अहमद के रास्ते पर आगे चल रहे हैं और जो इलाके की प्रगति में तरक्की रह गई है. अब उनके कंधे पर नई जिम्मेदारी आ गई है.