नई दिल्ली /गुरुग्राम: पटेल नगर कॉलोनी को बसे लगभग 25 साल गुजर चुके हैं, लेकिन यहां पर 66केवी की हाई वोल्टेज तारें मौत को दावत दे रही हैं. शिकायत के बाद भी बरसों से ये समस्या जस की तस बनी हुई है. इन तारों की वजह से कई हादसे हो चुके हैं. इसके बाद भी अधिकारियों ने इसे ठीक करवाना सही नहीं समझा.
66 केवी की तारों को नहीं किया गया शिफ्ट
इस कॉलोनी की आबादी करीब 25 हजार है, लेकिन कॉलोनी के ऊपर से 66 केवी की हाई वोल्टेज तारें जा रही हैं. जिससे कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसको आज तक शिफ्ट नहीं किया गया. मानव आवाज सामाजिक संगठन और कॉलोनी वासियों ने इस समस्या को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने ग्रीवेंस कमेटी में रखा था.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल को की गई है शिकायत
मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए 2016 में 66kv की हाई वोल्टेज तारों को शिफ्ट करने के आदेश दिए थे. शिफ्टिंग में जो पैसा लगना था वो निगम को देना था, हालांकि निगम ने 4 करोड़ ₹10लाख बिजली विभाग को दे दिए थे, लेकिन उसके बावजूद भी मामला अटका रहा और आज तक मामला अटका हुआ है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
सामाजिक संगठन और कॉलोनीवासी दोबारा मुख्यमंत्री से मिले लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ढुलमुल रवैया के चलते आज तक पटेल नगर वासी मौत के साए में जीने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में छत से जा रही हाईटेंशन की तारें और भी खतरनाक हो जाती है. आलम ये है कि लोगों ने घर की छतों पर जाना छोड़ दिया है.
लोगों का कहना है कि उनके पास बिजली का बिल, हाउस टैक्स और मकानों की रजिस्ट्री है. ऐसे में कॉलोनी भी काफी पुरानी है और कॉलोनी अप्रूव्ड बताई जा रही है. उसके बावजूद भी लोग इस मौत के करंट के साए में जीने को मजबूर हैं.