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दो दशक के बाद भी शिफ्ट नहीं हुई 66 केवी की लाइन, CM तक की जा चुकी है शिकायत

गुरुग्राम के पटेल नगर कॉलोनी में लटकती 66 केवी की तारें मौत को दावत देती नजर आ रही हैं. लोगों के अनुसार कई बार हादसे भी हो चुके हैं पर प्रशासन इन सब गतिविधियों से बेखबर है.

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गुरुग्राम खबर, Gurugram news
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Published : Dec 16, 2019, 11:26 PM IST

नई दिल्ली /गुरुग्राम: पटेल नगर कॉलोनी को बसे लगभग 25 साल गुजर चुके हैं, लेकिन यहां पर 66केवी की हाई वोल्टेज तारें मौत को दावत दे रही हैं. शिकायत के बाद भी बरसों से ये समस्या जस की तस बनी हुई है. इन तारों की वजह से कई हादसे हो चुके हैं. इसके बाद भी अधिकारियों ने इसे ठीक करवाना सही नहीं समझा.

66 केवी लाइन पर प्रशासन ने नहीं ली सुध

66 केवी की तारों को नहीं किया गया शिफ्ट
इस कॉलोनी की आबादी करीब 25 हजार है, लेकिन कॉलोनी के ऊपर से 66 केवी की हाई वोल्टेज तारें जा रही हैं. जिससे कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसको आज तक शिफ्ट नहीं किया गया. मानव आवाज सामाजिक संगठन और कॉलोनी वासियों ने इस समस्या को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने ग्रीवेंस कमेटी में रखा था.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल को की गई है शिकायत
मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए 2016 में 66kv की हाई वोल्टेज तारों को शिफ्ट करने के आदेश दिए थे. शिफ्टिंग में जो पैसा लगना था वो निगम को देना था, हालांकि निगम ने 4 करोड़ ₹10लाख बिजली विभाग को दे दिए थे, लेकिन उसके बावजूद भी मामला अटका रहा और आज तक मामला अटका हुआ है.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
सामाजिक संगठन और कॉलोनीवासी दोबारा मुख्यमंत्री से मिले लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ढुलमुल रवैया के चलते आज तक पटेल नगर वासी मौत के साए में जीने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में छत से जा रही हाईटेंशन की तारें और भी खतरनाक हो जाती है. आलम ये है कि लोगों ने घर की छतों पर जाना छोड़ दिया है.

लोगों का कहना है कि उनके पास बिजली का बिल, हाउस टैक्स और मकानों की रजिस्ट्री है. ऐसे में कॉलोनी भी काफी पुरानी है और कॉलोनी अप्रूव्ड बताई जा रही है. उसके बावजूद भी लोग इस मौत के करंट के साए में जीने को मजबूर हैं.

नई दिल्ली /गुरुग्राम: पटेल नगर कॉलोनी को बसे लगभग 25 साल गुजर चुके हैं, लेकिन यहां पर 66केवी की हाई वोल्टेज तारें मौत को दावत दे रही हैं. शिकायत के बाद भी बरसों से ये समस्या जस की तस बनी हुई है. इन तारों की वजह से कई हादसे हो चुके हैं. इसके बाद भी अधिकारियों ने इसे ठीक करवाना सही नहीं समझा.

66 केवी लाइन पर प्रशासन ने नहीं ली सुध

66 केवी की तारों को नहीं किया गया शिफ्ट
इस कॉलोनी की आबादी करीब 25 हजार है, लेकिन कॉलोनी के ऊपर से 66 केवी की हाई वोल्टेज तारें जा रही हैं. जिससे कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसको आज तक शिफ्ट नहीं किया गया. मानव आवाज सामाजिक संगठन और कॉलोनी वासियों ने इस समस्या को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने ग्रीवेंस कमेटी में रखा था.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल को की गई है शिकायत
मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए 2016 में 66kv की हाई वोल्टेज तारों को शिफ्ट करने के आदेश दिए थे. शिफ्टिंग में जो पैसा लगना था वो निगम को देना था, हालांकि निगम ने 4 करोड़ ₹10लाख बिजली विभाग को दे दिए थे, लेकिन उसके बावजूद भी मामला अटका रहा और आज तक मामला अटका हुआ है.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
सामाजिक संगठन और कॉलोनीवासी दोबारा मुख्यमंत्री से मिले लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ढुलमुल रवैया के चलते आज तक पटेल नगर वासी मौत के साए में जीने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में छत से जा रही हाईटेंशन की तारें और भी खतरनाक हो जाती है. आलम ये है कि लोगों ने घर की छतों पर जाना छोड़ दिया है.

लोगों का कहना है कि उनके पास बिजली का बिल, हाउस टैक्स और मकानों की रजिस्ट्री है. ऐसे में कॉलोनी भी काफी पुरानी है और कॉलोनी अप्रूव्ड बताई जा रही है. उसके बावजूद भी लोग इस मौत के करंट के साए में जीने को मजबूर हैं.

Intro:मौत का करंट
मौत के करंट के साए में जीने को मजबूर
कई लोगों ने गवाही अपनी जान 2016 में मुख्यमंत्री ने दिए थे शिफ्टिंग के आदेश
अधिकारियों की लापरवाही से मौत के साए में जीने को मजबूर पटेल नगर वासी

साइबर सिटी गुरुग्राम के शहर के बीच बीच बसी यह कॉलोनी पटेल नगर जिसको बसे लगभग 25 साल गुजर चुके लेकिन यहां पर 66 केवी की हाई वोल्टेज की तारे आज तक लोगों के लिए मौत का करंट बना हुआ हैBody:क्योंकि जैसे-जैसे कॉलोनी डेवलप हुई यहां की आबादी करीब 25000 हो गई लेकिन कॉलोनी के ऊपर से 66 केवी की हाई वोल्टेज की तारे जा रही है जिससे कई बार हादसे हो चुके लेकिन इसको आज तक शिफ्ट नहीं किया गया हालाकी मानव आवाज सामाजिक संगठन व कॉलोनी वासियों ने इस समस्या को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष ग्रीवेंस कमेटी में रखा था मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए 2016 में 66kv की हाई वोल्टेज तारों को सिर्फ करने के आदेश दिए थे शिफ्टिंग में जो पैसा लगना था वह निगम को देना था हालांकि निगम ने 4 करोड़ ₹10लाख बिजली विभाग को दे दिए थे लेकिन उसके बावजूद भी मामला अटका रहा और आज तक मामला अटका हुआ है सामाजिक संगठन वह कॉलोनी वासी दोबारा मुख्यमंत्री से मिले लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ढुलमुल रवैया के चलते आज तक पटेल नगर वासी मौत के साए में जीने को मजबूर है ...

बाइट =अनिल यादव, कॉलोनी वासी
बाइट= लीलावती, कॉलोनी वासी

बरसातों के दिनों में छत से जा रही हाईटेंशन की तारें लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है कई लोगों की जान जा चुकी है इसकी चपेट में आने से कई लोग झुलस चुके अब देखना होगा क्या यह मामला काफी पुराना है और लोग इस समस्या से काफी दिनों से जूझ रहे बरसातों के दिनों में खास तौर पर लोगों को करंट लगने का डर सताने लगता है लोग अपनी छतों पर जाने से परहेज करते

बाइट=अभय जैन, मानव आवाज़ संगठन
Conclusion:लोगों का कहना है कि उनके पास बिजली का बिल हाउस टैक्स और मकानों की रजिस्ट्री है....ऐसे में कॉलोनी भी काफी पुरानी है और कॉलोनी अप्रूव्ड बताई जा रही है...लेकिन उसके बावजूद भी लोग इस मौत के करंट के साए में जीने को मजबूर है ...ऐसे में इस मौत के करंट से पटेल नगर वासियों को कब तक छुटकारा मिल पाएगा...
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