नई दिल्ली/नूंह: कोरोना महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रद्द हो गई हैं, जिसके चलते तबलीगी जमात में गए 32 मेवाती अभी भी बांग्लादेश में फंसे हुए हैं. उनको वापस लाने की मांग को लेकर बड़ा मदरसा नूंह के संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से मंगलवार को मुलाकात की.
मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि लॉकडाउन लगने की वजह से जो तबलीगी जमात के लोग विदेश में गए थे वो वापस अपने घर नहीं लौट सके है. इस दौरान विदेशों से भारत आने वाली या भारत से विदेश जाने वाली एयरलाइंस भी पूरी तरह बंद कर दी गई हैं. जिसकी वजह से नूंह जिले के करीब 32 तबलीगी जमात के सदस्य बांग्लादेश में फंसे हुए हैं.
मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि डीसी पंकज, एडीसी विक्रम और अन्य अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि वो उनके द्वारा सौंपी गई तबलीगी जमात के लोगों की सूची को हरियाणा सरकार के पास भेजेंगे. जिसके बाद ये सूची हरियाणा सरकार की तरफ से विदेश मंत्रालय (भारत सरकार) के पास जाएगी, तभी जाकर बांग्लादेश में फंसे तबलीगी जमात के सदस्य अपने घर लौट सकेंगे.
खास बात ये है कि विदेशों से आए तबलीगी जमात के लोग जब लॉकडाउन के कारण नूंह जिले में फंस गए थे. तब उनको अपने वतन भेजने में मुफ्ती जाहित हुसैन की काफी अहम भूमिका थी. अब उन्होंने बांग्लादेश में फंसे तबलीगी जमातियों को वापस स्वदेश लाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है.