नई दिल्ली/गाजियाबाद: साहिबाबाद पुलिस इन दिनों एक मामले को लेकर सवालों के घेरे में है. दरअसल पुलिस पर लॉकडाउन के दौरान सोनू नाम के युवक के साथ मारपीट का आरोप है. सोनू के परिजनों की मानें तो लॉकडाउन के दौरान सोनू घर के बाहर खड़ा था. इसी को लेकर पुलिसवालों ने उसकी पिटाई कर दी, जिससे वो मानसिक रूप से आहत हो गया और खुद को आग लगाकर मारने की कोशिश की. सोनू को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई.
पूरा मामला
करीब 15 दिन पहले सोनू नाम के युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया था. सोनू का आरोप था कि उसे पुलिसकर्मियों ने इसलिए पीटा, क्योंकि वह लॉकडाउन में घर के बाहर खड़ा था. इसी पिटाई से सोनू मानसिक रूप से आहत हो गया था. सोनू ने खुद को आग लगा ली थी. शुरू में पुलिस ने इस मामले में सोनू पर आरोप लगाया था कि उसने शराब के नशे में खुद को आग लगाई है, लेकिन कल अस्पताल में हुई सोनू की मौत के बाद मामला तूल पकड़ रहा है. हालांकि पुलिसकर्मियों ने आरोप लगाया कि सोनू ने शराब के नशे में खुद को आग लगाई.
इंसाफ की गुहार
बुधवार को पूरे परिवार ने बड़े अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है. ट्रांस हिंडन के एसपी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. जल्द इस मामले में संबंधित ऑफिसर अपनी रिपोर्ट देंगे.
सोनू की मां का आरोप
सोनू की मां ब्रह्मपाली ने आरोप लगाया है कि घटना से 1 दिन पहले सोनू को इलाके के कुछ पुलिसकर्मी उठाकर ले गए थे और उसकी पिटाई की. सोनू मारपीट से इतना आहत हुआ कि उसने खुद को आग लगा ली. सोनू को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
साहिबाबाद पुलिस की तरफ से मामले में कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन जांच के बाद मामले की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है क्योंकि मामले में खुद एसपी सिटी ने आश्वस्त किया है कि उनके संज्ञान में मामला आ गया है.
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