नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के कौशांबी स्थित यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के हड्डी रोग एवं जोड़ प्रत्यारोपण विभाग के डॉक्टरों ने एक बड़ी सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस उपलब्धि के बारे में बताते हुए डॉक्टरों ने कहा कि पूर्वी अफ्रीका के युगांडा देश के रहने वाले 54 वर्षीय जॉन पिछले 22 सालों से अपने पैरों पर अपने शरीर का पूरा वजन दे कर खड़े नहीं हो पाते थे और उन्हें अत्यंत दर्द होता था.
बेंगलुरु से पहुंचे गाजियाबाद
हाल ही में बेंगलुरु में आयोजित ग्लोबल एग्जिबिशन ऑन सर्विसेज के दौरान जॉन को हॉस्पिटल के बारे में पता चला. इसके बाद वह बेंगलुरु से सीधे यशोदा हॉस्पिटल अपने इलाज के लिए पहुंच गए. हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक विभाग के सीनियर डॉ अखिल कुलश्रेष्ठा ने उन्हें परामर्श देकर हड्डी की सर्जरी की सलाह दी. जांच एवं चिकित्सकीय परीक्षण के बाद जॉन की सर्जरी की गई जो कि सफल रही और अब जॉन बिना किसी मदद के अपने पैरों पर बिना किसी दर्द के ठीक से खड़े हो पाते हैं.
कई अस्पतालों में करवा चुके थे उपचार
जॉन पहले देश-विदेश के कई अस्पतालों में अपना इलाज करा चुके थे और उन्हें आराम नहीं मिल रहा था और काफी पैसे भी खर्च हो चुके थे. अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पीएन अरोड़ा ने डॉक्टरों की टीम को सफलतापूर्वक सर्जरी के लिए बधाई दी. जॉन ने हर्ष के साथ बताया कि पिछले 22 वर्षों का दर्द यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने खत्म कर दिया और अब वह सामान्य रूप से चल-फिर सकते हैं.
डॉक्टरों का किया शुक्रिया
जॉन ने यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टरों एवं फिजियोथेरेपी टीम के डॉ मुबारक, डॉ अखिलेंद्र एवं अस्पताल की पूरी टीम की सराहना की. हॉस्पिटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ सुनील डागर ने जॉन को प्रतीक चिन्ह देकर उनके शीघ्र पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में हॉस्पिटल के मार्केटिंग हेड गौरव पांडेय, डायरेक्टर क्लीनिकल सर्विसेज डॉ राहुल शुक्ला, चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनुज अग्रवाल, डायरेक्टर पेशेंट केयर सर्विसेज श्रीमती राधा राणा एवं अस्पताल के अन्य अधिकारी मौजूद रहे.