नई दिल्ली/गाजियाबाद: श्रीकांत त्यागी प्रकरण (Shrikant Tyagi Case) को लेकर मेरठ में धरने पर बैठे त्यागी ब्राह्मण भूमिहार समाज मोर्चा ने प्रदेशभर में मंगलवार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक सूबे के जिलाधिकारी कार्यालयों पर प्रदर्शन (Tyagi Samaj protest on 6 september) करने का ऐलान किया था. त्यागी समाज के नेताओं का कहना था कि वे शांतिपूर्ण ढंग से धरना देकर सीएम के नाम जिलाधिकारी दफ्तर पर अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंंपेगे. मंगलवार को गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर भी त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज मोर्चा के बैनर तले बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया.
त्यागी समाज के नेता ओमदत्त त्यागी ने कहा कि श्रीकांत त्यागी के अलावा अनु त्यागी और इंग्ला त्यागी के खिलाफ जिस तरह से पुलिस ने कार्रवाई की है, उससे त्यागी समाज नाराज है. घटना को एक महीना पूरा हो चुका है. मेरठ कमिश्नरी पर त्यागी समाज का धरना जारी है. समाज के नेताओं के आह्वान पर आज संपूर्ण प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. हम सरकार को बताना चाहते हैं कि जो सरकार और सरकार के नुमाइंदों ने और सोसाइटी के लोगों ने अनु त्यागी के परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया, उन लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए.
ओम दत्त त्यागी के मुताबिक, त्यागी समाज की मांग है कि श्रीकांत त्यागी को गाली देने पर इतनी बड़ी सज़ा दी जाती है तो वहां के सांसद महेश शर्मा ने भी अधिकारी को गाली दी है. उनके खिलाफ भी ठीक वही कार्यवाही होनी चाहिए, जो श्रीकांत त्यागी पर की गई है. श्रीकांत के परिवार वालों को सरकार के जिन अधिकारियों द्वारा बेइज्जत और दुर्व्यवहार किया गया है, उनको भी सजा मिलनी चाहिए.
अनु त्यागी ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया है. इसमें उन्होंने स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके ऊपर षड्यंत्र रचने और उनसे खतरा होने की बात कही है. उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है. नोएडा में पांच अगस्त को ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला से अभद्रता करने के मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. इसके बाद पुलिस ने श्रीकांत (BJP leader Shrikant Tyagi) के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. श्रीकांत फरार हो गया. पुलिस उसकी तलाश करती रही. नोएडा पुलिस ने त्यागी को नौ अगस्त की सुबह मेरठ से तीन अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद सूरजपुर कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. श्रीकांत अभी भी जेल में ही है.
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