गाजियाबाद/नई दिल्ली: गाजियाबाद पुलिस काे शिकायत मिली कि रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर एक युवक से ठगी की गई है. पुलिस ने जांच शुरू की. फिर जाे लीड मिला उसके आधार पर कार्रवाई कर पुलिस ने लोनी में अनुज कुमार द्विवेदी और संजय कुमार नाम के दो जालसाजाें को पकड़ा. दाेनाें दिल्ली के शकरपुर के रहने वाले हैं. मामले में पुलिस काे एक और आरोपी प्रिंस की तलाश है. प्रिंस नोएडा का रहने वाला है.
पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आरोपियों से रेलवे की स्टांप के अलावा फर्जी वेबसाइट तैयार किए जाने की बात भी सामने आई है. जिसके बारे में पुलिस की साइबर टीम कार्रवाई कर रही है. आरोपियों के बैंक खातों में लाखों रुपये जमा हैं. ठगी करने के लिए आरोपियों द्वारा रेलवे का फर्जी अप्वाइंटमेंट (Appointment letter) लेटर तक पीड़ितों को दे दिया जाता था और उनसे रुपए ठग लिए जाते थे.
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आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट बना रखी थी. उसी वेबसाइट पर पीड़ितों को अपनी नौकरी संबंधी अपडेट लेने के लिए कहा जाता था. इससे पीड़ितों को यकीन हो जाता था कि उनकी नौकरी लग गई है, क्योंकि वेबसाइट पर फर्जी जानकारी अपलोड कर देते थे. आरोपियों के तीसरे साथी की तलाश भी की जा रही है. रेलवे को भी मामले की जानकारी से अवगत कराया जा रहा है. जिस तरह से फर्जी वेबसाइट से लेकर फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर के माध्यम से ठगी का यह पूरा मामला सामने आया है, उझसे पुलिस भी हैरान है. शक है कि अब तक सैकड़ों युवाओं से इसी तरह से ठगी की गई है. कई युवा पुलिस से लगातार कांटेक्ट कर रहे हैं.