नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाज : ग़ाज़ियाबाद के दुहाई स्तिथ आरडी इंजीनियरिंग कॉलेज के बीटेक मेकैनिकल फाइनल ईयर के छात्रों ने ऐसा डिवाइस बनाया है. जो देश के किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा. डिवाइस का नाम है ऑटोमेटिक सोलर वाटर पंप.
इस डिवाइस की मदद से खेत में पानी भरते ही अपने आप ट्यूबवेल बंद हो जाएगा. जिससे किसानों को ईंधन (डीज़ल आदि) की बर्बादी रोकने में मदद मिलेगी. साथ ही खेत ओवरफ्लो होने से होने वाले नुकसान पर भी लगाम लगेगी.
डिवाइस को कॉलेज के चार छात्रों शबी आलम और उसके साथियों वरुण, तुषार कौशिक व प्रियांशु ने प्रोजेक्ट गाइड डॉ. डीएस चौहान और कोऑर्डिनेटर प्रो. सुशील कुमार की देखरेख में तैयार किया है.
छात्रों का कहना है कि ट्यूब वेल से किसान जहां खेतों की आसानी से सिंचाई कर सकेंगे. वहीं अपने अन्य काम भी कर सकेंगे, क्योंकि खेतों में पानी भरते ही ट्यूब वेल डिवाइस की मदद से अपने आप बंद हो जाएगा. खेत ओवरफ्लो होने से होने वाले नुकसान पर भी लगाम लगेगी.
डिप्टी डायरेक्टर संजय पालीवाल ने बताया कि चारों छात्रों ने इस डिवाइस को बनाने के लिए बहुत मेहनत की है. सेंसर, LED लाइट, पंप, सोलर पैनल, बैटरी, कैपसिटर, रिले, पावर डिस्ट्रीब्यूटर, ट्रांजिस्टर व रेसिस्टर आदि से उन्होंने इस डिवाइस को तैयार किया है.
चारों छात्रों को डिवाइस को तैयार करने में तकरीबन एक महीने का वक्त लगा है. अभी यह डिवाइस एक प्रोटोटाइप है. जिसको बनाने में तकरीबन ₹5000 का खर्च आया है. खास बात यह है कि यह डिवाइस सोलर पावर से संचालित होती है.
डिवाइस में सॉइल मॉइश्वर सेंसर (Soil Moisture Senser) लगे हुए हैं. जो खेत की मिट्टी की नमी कम होने पर ट्यूब वेल को ऑन कर देंगे. जब खेत पूरा भर जाएगा तो खेत की मेड़ पर लगे सेंसर ऑटोमेटिक ट्यूब वेल को बंद कर देंगे.
कॉलेज के एकेडमिक डीन प्रोफेसर मोहम्मद वकील के मुताबिक डिवाइस के बारे में प्रदेश सरकार को भी जानकारी दी गई है. सरकारी मदद से छात्रों की इस खोज को देश के किसानों के लिए सुलभ कराने की कोशिश होगी.