नई दिल्लीः प्रधानमंत्री के राज्यसभा के संबोधन के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रावक्ता राकेश टिकैत ने प्रेसवार्ता की. प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा था कि एमएसपी था, एमएसपी है और रहेगा. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टिकैत ने कहा किसानों को उलझाया जा रहा है. हमने कभी नहीं कहा एमएसपी खत्म हो रहा है. हमारी मांग है कि एमएसपी पर कानून बने. एमएसपी पर कानून बन जाएगा, तो देश के किसानों को फायदा होगा. एमएसपी पर कानून नहीं है ऐसे में व्यापारी किसानों को लूट रहे हैं.
पीएम मोदी के बातों का दिया जवाब
पीएम मोदी ने कहा कि चुनौतियां तो हैं, लेकिन हमें तय करना है कि हम समस्या का हिस्सा बनना चाहते हैं या समाधान का माध्यम बनना चाहते हैं. टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा अगर केंद्र तीनों कृषि कानूनों को वापिस ले लो तो समस्या ही खत्म हो जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि आजकल देश में आंदोलनजीवी नाम की एक नई बिरादरी पैदा हुई है, इसपर टिकैत बोले प्रधानमंत्री ने ठीक कहा है. किसान बिरादरी आंदोलन कर रही है और इस बिरादरी के साथ में आम जनता भी खड़ी है.
टिकैत बोले किसानों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए अगर सरकार किसानों से बातचीत करना चाहती है, तो किसान संयुक्त एकता मोर्चा सरकार से वार्ता करने के लिए तैयार है. हम सरकार से वार्ता करना चाहते हैं.
पीएम मोदी ने राज्यसभा में ये कहा..
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि सदन में किसान आंदोलन की भरपूर चर्चा हुई है. ज्यादा से ज्यादा समय, जो बात बताई गईं वो आंदोलन के संबंध में बताई गई, किस बात को लेकर आंदोलन है उस पर सब मौन रहे, जो मूलभूत बात है, अच्छा होता कि उस पर भी चर्चा होती कि खेती की मूलभूत समस्या क्या है, उसकी जड़ कहां है? मैं आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण की बात बताना चाहता हूं. वो छोटे किसानों की दयनीय स्थिति पर हमेशा चिंता करते थे.
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