नई दिल्ली : कोरोना की दूसरी लहर (Corona second Wave In India) के कारण देशवासियों को हुई ऑक्सीजन (Oxygen Crisis In Delhi) की दिक्कत से, पेड़ पौधों के महत्व का पता चल गया है. पेड़ पौधे नेचुरल ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में कितना सहायक हैं, इसकी जीती-जागती उदाहरण मोदीनगर (Modinagar News In Hindi) की समाजसेवी डॉ. दीपा त्यागी हैं.
डॉ. दीपा त्यागी कोरोना से संक्रमित होकर, अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते जिंदगी और मौत से जंग लड़कर, जब घर वापस आईं, तो उनकी अस्पताल से कहीं अधिक घर पर पेड़ पौधे लगे होने से रिकवरी हुई है. उन्होंने अब इरादा कर लिया है कि वह समय-समय पर पौधारोपण कार्यक्रम (Planation Program In Modinagar) चलाती रहेंगी.
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डॉ. दीपा त्यागी ने बताया कि उनको पेड़-पौधों से बहुत अधिक लगाव है. वह सिर्फ विश्व पर्यावरण दिवस पर ही पेड़-पौधे नहीं लगाती हैं. बल्कि, वह समय-समय पर पेड़-पौधे लगाती रहती हैं. दीपा त्यागी ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले, वह कोरोना से संक्रमित होकर 16 दिन अस्पताल में भर्ती रहीं, जहां उन्होंने जिंदगी और मौत से जंग लड़ी है. यहां उन्हें ऑक्सीजन की भी बहुत अधिक दिक्कत थी.
पेड़ पौधों की वजह से कोरोना से रिकवरी में मिली मदद
दीपा त्यागी का कहना है कि अस्पताल से घर आने के बाद, उनको बहुत अच्छा महसूस हुआ. घर पर आकर उनकी बहुत तेजी के साथ रिकवरी हुई है. इसका मुख्य कारण उनके घर में लगे पेड़-पौधे हैं, जो उन्हें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहे थे.