नई दिल्ली: पूरा देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस का साया भी मंडराने लगा है. उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों पर अब म्यूकर माइकोसिस यानी कि ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. गाज़ियाबाद में भी ब्लैक फंगस के कई मामले देखने को मिले हैं. ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद अब ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की किल्लत देखने को मिल रही है.
डॉ भी नहीं कर पा रहे इंतजाम
ENT स्पेशलिस्ट प्रोफेसर डॉ बृजपाल सिंह त्यागी ने बताया जिस तरह रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी देखने को मिली थी, ठीक उसी तरह अब ब्लैक फंगस में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन एंफोटरइसिन- बी की कमी देखने को मिल रही है. हमारे पास इस वक्त 11 मरीज हैं, जिनके लिए मैं कल से परेशान हूं लेकिन इंजेक्शन का इंतजाम नहीं कर पा रहा हूं.
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दर-बदर भटक रहे तीमारदार
ईटीवी भारत की टीम ने मरीज के तीमारदारों से बात की, जिनके अपने ब्लैक फंगस की चपेट में आए हुए हैं. उन्होंने बताया कि इंजेक्शन के लिए दर-बदर भटक रहे हैं लेकिन इंजेक्शन नही मिल पा रहा है. जिसके चलते उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली के एक अस्पताल के बाहर कई घंटे लाइन में लगने के बाद वह इंजेक्शन का इंतजाम कर पाए हैं.