नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की शुरुआत में ही सैलून बंद कर दिए गए थे. तब से अब तक करीब ढाई महीने से ज्यादा समय से सैलून पर ताले लटके हुए हैं. लंबे समय से सैलून व ब्यूटी पार्लर बंद होने के कारण सैलून व ब्यूटी पार्लर संचालक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. जिले में प्रशासन द्वारा कई प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियों की छूट दे दी गई है. ज़िले में लगभग सभी बाजार रोस्टरवाइज खोले जा रहे हैं लेकिन सैलून और ब्यूटी पार्लर अभी भी बंद हैं.
हजारों लोगों के रोजगार पर संकट
सैलून संचालकों का कहना है कि जिले में करीब 5000 से अधिक सैलून और ब्यूटी पार्लर हैं. जिनमें हजारों की संख्या में लोग काम करते हैं. सैलून बंद होने के कारण लोगों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है.
प्रशासन की अनुमति का इंतजार
सैलून संचालक सुधा चौधरी का कहना है कि घर जाकर सैलून की सेवा देने वाली कई ऑनलाइन निजी कंपनियों को काम करने की अनुमति दे दी गई है. जबकि सैलून व ब्यूटी पार्लर संचालक अपनी दुकानें खोलने के लिए अभी भी जिला प्रशासन की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं.