नई दिल्ली/गाजियाबाद: बुधवार से गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावक जिला मुख्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. अभिभावकों का कहना है कि ना तो सरकार और ना ही स्कूल प्रबंधन उनकी सुनवाई कर रहा है. अपनी मांगों को लेकर पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावकों की भूख हड़ताल बीते तीन दिनों से जारी है. शुक्रवार के दिन दोपहर भूख हड़ताल पर बैठी एक महिला की तबीयत अचानक खराब हो गई.
भूख हड़ताल पर गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी, साधना सिंह और भारती शर्मा बैठी हुई हैं. साधना सिंह की कल शाम से शुगर लेवल डाउन चल रहा था जिसके बाद शुक्रवार के दिन दोपहर करीब 3:30 बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वह बेहोश हो गई. जिसके बाद आनन-फानन में एंबुलेंस बुलाकर उनको तुरंत अस्पताल भेज भर्ती कराया गया.
अभिभावकों का कहना है कि बीते तीन दिनों से भूख हड़ताल जारी है, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा कोई मेडिकल टीम नहीं भेजी गई है. जबकि साधना सिंह की कल शाम से तबीयत ठीक नहीं चल रही है.
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की ये हैं प्रमुख मांगे:
- लॉकडाउन के दौरान तमाम स्कूल बंद रहे ऐसे में अप्रैल मई-जून की फीस स्कूलों द्वारा माफ की जाए.
- कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेस दिए जाने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए.
- स्कूल ना खुलने तक फीस का निर्धारण ऑनलाइन द्वारा दी जा रही शिक्षा के आधार पर किया जाए.
- सरकारी विद्यालयों का जीर्णोद्धार किया जाए.
- सभी निजी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम सख़्ती से सुनिश्चित कराया जाए.