नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : ग़ाज़ियाबाद में दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले दो समुदायों के बीच पथराव की अफवाह फैलाई गई. जिसका पुलिस-प्रशासन ने खंडन किया है. पुलिस के मुताबिक एक मामूली सी बात को बढ़ा-चढ़ाकर वायरल किया गया है. जिसकी जांच की जा रही है. इस मामले को लेकर साइबर पुलिस भी तफ्तीश में जुटी है.
दरअसल ट्रोनिका सिटी में शाम को एक कलश यात्रा निकाली गई. इस दौरान बैंड-बाजा व ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला गया. कलश अर्पण करने के बाद जुलूस को दूसरे रास्ते से लाया जाने लगा. इस रास्ते में पड़ने वाले एक घर में एक महिला की मृत्यु हो गई थी. जिस पर स्थानीय लोगों के साथ ही खास समुदाय के लोगों ने भी शोक स्थल पर कलश यात्रा की वापसी के दौरान बैंड-बाजा और ढोल-नगाड़े न बजाने को कहा, लेकिन जुलूस में शामिल लोगों ने उनकी बात नहीं मानी. इसी को लेकर स्थानीय लोगों के साथ मामूली कहासुनी भी हुई, लेकिन स्थानीय लोगों के समझाने पर मामला शांत हो गया था.
इसी मामले को बढ़ा-चढ़ाकर किसी ने कलश यात्रा के दौरान पथराव की घटना बताते हुए अफवाह फैलाई. जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया. इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने हालात को काबू किया. पुलिस का कहना है कि मौके पर किसी तरह का पथराव या आगजनी की घटना नहीं हुई.
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चुनावी माहौल में जान-बूझकर ये अफवाह फैलाई गई है. फिलहाल साइबर पुलिस और पुलिस टीम मामले की तफ्तीश कर ही है. साइबर एक्सपर्ट की टीम पता लगाने में जुटी है कि किस आईपी एड्रेस से यह कंटेंट वायरल किया गया है. पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.