नई दिल्ली/गाजियाबाद/हरिद्वार : गंगा की अविरलता और निर्मलता की लड़ाई लड़ने वाली संस्था मातृ सदन एक बार फिर से अनशन की राह पर है. बुधवार को 17वें दिन भी मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती का अनशन जारी रहा. बीते 24 जनवरी से स्वामी शिवानंद का अनशन जारी है.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत गुरुवार को मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद से मुलाक़ात कर अनशन वापस लेने का आग्रह करेंगे. किसान नेता राकेश ने बयान जारी कर कहा है कि हरिद्वार में 24 साल से गंगा बचाओ-पर्यावरण बचाओ अभियान में जुटे मातृ सदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद जी महाराज सरस्वती 17 दिन से आमरण अनशन पर हैं. सरकार कोई सुध नहीं ले रही है. गुरुवार को अनशन पर बैठे शिवानंदजी महाराज से मिलकर अनशन वापस लेने का आग्रह करूंगा.
गौरतलब है कि मां गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर पहले भी मातृ सदन संस्था के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने तीन अगस्त से अनशन शुरू किया था. इस दौरान उन्होंने सरकार से गंगा एक्ट लागू करने, खनन रोकने और परियोजनाओं को निरस्त करने की मांग की थी.
बता दें, राकेश टिकैत की अगुवाई में शुरू हुए किसान आंदोलन के शुरुआती दौर में ही मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने किसान आंदोलन का समर्थन किया था. किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा था कि सरकार द्वारा इस कृषि कानून को किसान पर थोपा जा रहा है. सरकार दिल्ली में किसानों को सजा दे रही है, सरकार इस पर कह रही है कि यह किसान के लिये एक तोहफा है. लेकिन किसान यह तोहफा नहीं चाहते, तो फिर इसे क्यों सरकार किसानों पर थोप रही है.