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दिल्ली पहुंची जनसंख्या समाधान रैली, पुलिस ने रोका तो रखा मौन व्रत

तीन दिन की जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग वली रैली दिल्ली पहुंय गयी है. रैली यूपी गेट पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस ने रैली को वहीं रोक दिया. दिल्ली पुलिस का कहना था कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ रैली को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.

दिल्ली पहुंची जनसंख्या समाधान रैली
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Published : Oct 14, 2019, 8:21 PM IST

गाजियाबाद/नई दिल्ली: जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर निकाली गई तीन दिवसीय रैली रविवार को मेरठ से दिल्ली पहुंची. यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस से नोकझोंक के बाद रैली दिल्ली की ओर कूच कर गई.

दिल्ली पहुंची जनसंख्या समाधान रैली

पुलिस के विरोध पर धारण किया मौन व्रत
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले मेरठ से रैली की शुरुआत की गई थी. जिसमें हजारों की संख्या में लोग बसों, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और निजी वाहनों में सवार होकर तिरंगा के साथ रैली में शामिल हुए थे.
रविवार सुबह यह रैली यूपी गेट पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस ने रैली को वहीं रोक दिया. दिल्ली पुलिस का कहना था कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ रैली को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. इसे लेकर रैली के आयोजक और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई. जिसके बाद लोग यूपी गेट पर ही बैठ गए और कुछ देर तक मौन व्रत धारण किए रखा.

न खाने को रोटी होगी, न पहनने को कपड़ा
रैली का नेतृत्व कर रहे जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश में दिन प्रतिदिन बढ़ती जनसंख्या भारत की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर रही है. वहीं क्षेत्रफल के चलते लोगों को अपने आशियाने तक नहीं मिल पाते. ऐसे में बढ़ती जनसंख्या पर कोई कानून नहीं बनता तो एक समय ऐसा आएगा जब खाने को रोटी और पहनने को कपड़े तक नहीं होंगा.

गाजियाबाद/नई दिल्ली: जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर निकाली गई तीन दिवसीय रैली रविवार को मेरठ से दिल्ली पहुंची. यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस से नोकझोंक के बाद रैली दिल्ली की ओर कूच कर गई.

दिल्ली पहुंची जनसंख्या समाधान रैली

पुलिस के विरोध पर धारण किया मौन व्रत
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले मेरठ से रैली की शुरुआत की गई थी. जिसमें हजारों की संख्या में लोग बसों, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और निजी वाहनों में सवार होकर तिरंगा के साथ रैली में शामिल हुए थे.
रविवार सुबह यह रैली यूपी गेट पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस ने रैली को वहीं रोक दिया. दिल्ली पुलिस का कहना था कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ रैली को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. इसे लेकर रैली के आयोजक और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई. जिसके बाद लोग यूपी गेट पर ही बैठ गए और कुछ देर तक मौन व्रत धारण किए रखा.

न खाने को रोटी होगी, न पहनने को कपड़ा
रैली का नेतृत्व कर रहे जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश में दिन प्रतिदिन बढ़ती जनसंख्या भारत की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर रही है. वहीं क्षेत्रफल के चलते लोगों को अपने आशियाने तक नहीं मिल पाते. ऐसे में बढ़ती जनसंख्या पर कोई कानून नहीं बनता तो एक समय ऐसा आएगा जब खाने को रोटी और पहनने को कपड़े तक नहीं होंगा.

Intro:जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर निकाली गई तीन दिवसीय रैली रविवार को मेरठ से यूपी के पहुंची। यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस से नोकझोंक के बाद रैली दिल्ली की ओर कूच कर गई।

जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले मेरठ से रैली की शुरुआत की गई थी, जिसमें हजारों की संख्या में लोग बसों, ट्रैक्टर ट्रॉलीओं व निजी वाहनों में सवार होकर तिरंगा के साथ रैली में शामिल हुए थे। रविवार सुबह यह रैली यूपी गेट पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस ने रैली को वहीं रोक दिया।

दिल्ली पुलिस का कहना था ट्रैक्टर ट्रॉलीओ के साथ रैली को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसे लेकर रैली के आयोजक वह दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई। जिसके बाद लोग यूपी गेट पर ही बैठ गए और कुछ देर तक मौन व्रत धारण किए रखा।

रैली का नेतृत्व कर रहे जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश में दिन प्रतिदिन बढ़ती जनसंख्या एक तरफ भारत की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर रही है वहीं क्षेत्रफल के चलते लोगों को अपने आशियाने तक नहीं मिल पाते। ऐसे में बढ़ती जनसंख्या पर कोई कानून नहीं बनता तो एक समय ऐसा आएगा जब खाने को रोटी और पहनने को कपड़े तक मुहैय्या नहीं होंगे।



Body:जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर निकाली गई तीन दिवसीय रैली रविवार को मेरठ से यूपी के पहुंची। यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस से नोकझोंक के बाद रैली दिल्ली की ओर कूच कर गई।

जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले मेरठ से रैली की शुरुआत की गई थी, जिसमें हजारों की संख्या में लोग बसों, ट्रैक्टर ट्रॉलीओं व निजी वाहनों में सवार होकर तिरंगा के साथ रैली में शामिल हुए थे। रविवार सुबह यह रैली यूपी गेट पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस ने रैली को वहीं रोक दिया।

दिल्ली पुलिस का कहना था ट्रैक्टर ट्रॉलीओ के साथ रैली को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसे लेकर रैली के आयोजक वह दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई। जिसके बाद लोग यूपी गेट पर ही बैठ गए और कुछ देर तक मौन व्रत धारण किए रखा।

रैली का नेतृत्व कर रहे जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश में दिन प्रतिदिन बढ़ती जनसंख्या एक तरफ भारत की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर रही है वहीं क्षेत्रफल के चलते लोगों को अपने आशियाने तक नहीं मिल पाते। ऐसे में बढ़ती जनसंख्या पर कोई कानून नहीं बनता तो एक समय ऐसा आएगा जब खाने को रोटी और पहनने को कपड़े तक मुहैय्या नहीं होंगे।




Conclusion:जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर निकाली गई तीन दिवसीय रैली रविवार को मेरठ से यूपी के पहुंची। यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस से नोकझोंक के बाद रैली दिल्ली की ओर कूच कर गई।

जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले मेरठ से रैली की शुरुआत की गई थी, जिसमें हजारों की संख्या में लोग बसों, ट्रैक्टर ट्रॉलीओं व निजी वाहनों में सवार होकर तिरंगा के साथ रैली में शामिल हुए थे। रविवार सुबह यह रैली यूपी गेट पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस ने रैली को वहीं रोक दिया।

दिल्ली पुलिस का कहना था ट्रैक्टर ट्रॉलीओ के साथ रैली को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसे लेकर रैली के आयोजक वह दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई। जिसके बाद लोग यूपी गेट पर ही बैठ गए और कुछ देर तक मौन व्रत धारण किए रखा।

रैली का नेतृत्व कर रहे जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश में दिन प्रतिदिन बढ़ती जनसंख्या एक तरफ भारत की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर रही है वहीं क्षेत्रफल के चलते लोगों को अपने आशियाने तक नहीं मिल पाते। ऐसे में बढ़ती जनसंख्या पर कोई कानून नहीं बनता तो एक समय ऐसा आएगा जब खाने को रोटी और पहनने को कपड़े तक मुहैय्या नहीं होंगे।
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