नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले में ठंड बढ़ने और मौसम का बदलते मिजाज के साथ-साथ प्रदूषण का स्तर भी दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. दिल्ली-एनसीआर से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स अत्यंत खराब श्रेणी में पहुंच गया है.
गाज़ियाबाद की वायु गुणवत्ता मंगलवार अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की माने तो गाज़ियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एकयूआई) 330 रहा, जो 'अत्यंत ख़राब श्रेणी' में आता है. गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 367 दर्ज किया गया है.
एक नज़र एनसीआर के प्रदूषण स्तर पर:
- गाज़ियाबाद: 330
- दिल्ली: 332
- ग्रेटर नोएडा: 351
- नोएडा: 334
- गुरूग्राम: 327
एक नज़र ग़ाज़ियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
- इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 344
- वसुंधरा, गाजियाबाद: 276
- संजय नगर, गाजियाबाद: 335
- लोनी, गाजियाबाद: 367
301-400 AQI होता है अत्यंत खराब
विशेषज्ञों की माने तो दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकता है. विजय कई सालों से देखने को मिला है कि अक्टूबर का महीना शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण पहला जमाना शुरू कर देता है. एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.