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देश के लिए कैंसर थी PFI, अब एक भी राष्ट्र विरोधी घटना नहीं होगी: नंदकिशोर गुर्जर - पीएफआई पर ताबड़तोड़ छापेमारी

केंद्र सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया है. कई राज्यों से इस संगठन को प्रतिबंधित करने की मांग हो रही थी. इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि प्रतिबंध लगने पर राष्ट्रवादी लोगों में बड़ा उत्साह देखने को मिल रहा है. अब देश में एक भी राष्ट्र विरोधी घटना नहीं होगी.

देश के लिए कैंसर थी PFI, अब एक भी राष्ट्र विरोधी घटना नहीं होगी: नंदकिशोर गुर्जर
देश के लिए कैंसर थी PFI, अब एक भी राष्ट्र विरोधी घटना नहीं होगी: नंदकिशोर गुर्जर
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Published : Sep 28, 2022, 3:10 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: केंद्र की मोदी सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस मुद्दे को लेकर कई नेता अपनी प्रतिक्रिया जारी कर रहे हैं. इसी क्रम में अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की.

उन्होंने कहा कि PFI समेत सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगने पर राष्ट्रवादी लोगों में बड़ा उत्साह है. केंद्र सरकार के इस कदम से विपक्षी पार्टियों के मुंह पर ताला लग गया है, क्योंकि लंबे समय से विपक्षी पार्टियों पीएफआई को बैन करने की मांग कर रही थी. उम्मीद है कि आने वाले सालों में इस तरह के संगठन पूरी तरह से नेस्तोनाबूत होंगे.

यह भी पढें: गाजियाबाद में एटीएस की बड़ी कार्रवाई, कलछीना गांव में छापेमारी के बाद 11 संदिग्ध हिरासत में

विधायक ने कहा कि अब देश में एक भी राष्ट्र विरोधी घटना नहीं होगी, क्योंकि जम्मू कश्मीर से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पीएफआई के एजेंट रह रहे थे. इस तरह के संगठन देश के लिए कैंसर के समान थे. प्रतिबंध लगने के बाद अब लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा हुआ है. अब राष्ट्र की संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा.

22 सितंबर और 27 सितंबर को एनआईएल (NIA), ईडी (ED) और राज्यों की पुलिस ने पीएफआई पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. पहले राउंड की छापेमारी में 106 PFI से जुड़े लोग गिरफ्तार हुए थे. दूसरे राउंड की छापेमारी में 247 PFI से जुड़े लोग हिरासत में लिए गए. जांच एजेंसियों को पीएफआई पर ताबड़तोड़ छापेमारी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं. इसके बाद जांच एजेंसियों ने गृह मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की थी. जांच एजेंसियों की सिफारिश पर गृह मंत्रालय ने PFI पर बैन लगाने का फैसला किया है.

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नई दिल्ली/गाजियाबाद: केंद्र की मोदी सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस मुद्दे को लेकर कई नेता अपनी प्रतिक्रिया जारी कर रहे हैं. इसी क्रम में अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की.

उन्होंने कहा कि PFI समेत सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगने पर राष्ट्रवादी लोगों में बड़ा उत्साह है. केंद्र सरकार के इस कदम से विपक्षी पार्टियों के मुंह पर ताला लग गया है, क्योंकि लंबे समय से विपक्षी पार्टियों पीएफआई को बैन करने की मांग कर रही थी. उम्मीद है कि आने वाले सालों में इस तरह के संगठन पूरी तरह से नेस्तोनाबूत होंगे.

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विधायक ने कहा कि अब देश में एक भी राष्ट्र विरोधी घटना नहीं होगी, क्योंकि जम्मू कश्मीर से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पीएफआई के एजेंट रह रहे थे. इस तरह के संगठन देश के लिए कैंसर के समान थे. प्रतिबंध लगने के बाद अब लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा हुआ है. अब राष्ट्र की संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा.

22 सितंबर और 27 सितंबर को एनआईएल (NIA), ईडी (ED) और राज्यों की पुलिस ने पीएफआई पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. पहले राउंड की छापेमारी में 106 PFI से जुड़े लोग गिरफ्तार हुए थे. दूसरे राउंड की छापेमारी में 247 PFI से जुड़े लोग हिरासत में लिए गए. जांच एजेंसियों को पीएफआई पर ताबड़तोड़ छापेमारी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं. इसके बाद जांच एजेंसियों ने गृह मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की थी. जांच एजेंसियों की सिफारिश पर गृह मंत्रालय ने PFI पर बैन लगाने का फैसला किया है.

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