नई दिल्ली/गाजियाबाद: एक तो पहले ही लोग भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं. और ऐसे में पानी की समस्या लोगों के लिए दोहरी मार बन रही है. ऐसा ही हाल गाजियाबाद के मुरादनगर के शहबिस्वा गांव का है. गांव के लोगों का एकमात्र सहारा सिर्फ पानी का टैंकर है. ऐसा इसलिए है क्योंकि नलों में काला और बदबूदार पानी आता है, जिसकी वजह से वह उस पानी का इस्तेमाल नहीं कर पाते. लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि वहां पर पीने के पानी का टैंकर 5-6 दिनों में एक बार ही आता है, जिसकी वजह से बस्ती वाले पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं.
8 दिनों का पुराना पानी पीने को मजबूर
ईटीवी भारत को शहबिस्वा गांव के निवासी मोहम्मद जाहिद ने बताया कि आज उनकी बस्ती में 5 दिन में पानी का टैंकर आया है, जबकि जिलाधिकारी के आदेश के मुताबिक रोजाना पानी का टैंकर आना है. हालत इतनी खराब है कि वह 8 दिनों से रखा हुआ पुराना पानी पी कर अपना गुजारा करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह अपने रोजमर्रा में पड़ने वाली पानी की जरूरतों को 8 दिन से घर में बचा कर रखें पानी से पूरा करते हैं.
टैंकर 5 दिन में एक बार आता
वहीं आजम ने बताया कि उनकी बस्ती में पीने के पानी का टैंकर हफ्ते में 1 बार ही आता है, इसीलिए उनको आस-पड़ोस के लोगों के समरसेबल से पानी मांग कर गुजारा करना पड़ता है. और जब टैंकर आता है तो वह एक हफ्ते तक का पानी भर के रख लेते हैं, जिससे वह अपना गुजारा कर सकें.
मजबूरी में एक बार कर लेते इकट्ठा पानी
साहिल ने बताया कि यहां पानी का टैंकर जब नगरपालिका की मर्जी होती है, तब आता है. इसके साथ ही साहिल ने बताया कि उनके घरों के नलों में आने वाले पानी में बदबू आती है, जिसमें बताया गया कि वह पानी बीमारियों की जड़ है. इसीलिए वह लोग नलों के पानी का इस्तेमाल नहीं करते हैं.