ETV Bharat / city

1 सितंबर से दिल्ली में खुल रहे स्कूल, अभिभावकों के मन में कई तरह के सवाल

दिल्ली के साथ गाजियाबाद में भी स्कूल खोलने को लेकर तैयारी अंतिम चरणों में है. बुधवार से खुल रहे स्कूलों के संबंध में मंगलवार को क्रांति अगेंस्ट करप्शन और राइट टू एजुकेशन पेरेंट्स एसोसिएशन ने छात्रों और अभिभावकों के साथ वेबीनार आयोजित कर उनकी राय जानी.

delhi latest news
delhi latest news
author img

By

Published : Aug 31, 2021, 4:40 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : राजधानी दिल्ली में 1 सितंबर से स्कूलों को खोला जा रहा है. मौजूदा समय में स्कूलों को खोला जाना कितना सही है. इसे लेकर क्रांति अगेंस्ट करप्शन और राइट टू एजुकेशन पेरेंट्स एसोसिएशन ने छात्रों और अभिभावकों के साथ वेबीनार आयोजित कर उनकी राय जानी.


एनजीओ के अध्यक्ष हितेश कौशिक ने बताया कि वेबीनार में छात्रों के टीकाकरण और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा पर चिंता को लेकर चर्चा हुई. वेबिनार में अभिभावकों ने कहा कि छात्रों के टीकाकरण के बिना स्कूलों को खोलना सही नहीं है. इससे कई छात्र संक्रमित हो सकते हैं. हितेश कौशिक ने स्कूलों के खुलने की जमीनी हकीकत और स्कूलों के खुलने की घोषणा को लेकर अभिभावकों और उनकी प्रतिक्रिया पर प्रकाश डाला. साथ ही वेबीनार में शामिल पैनलिस्ट ने माता-पिता और छात्रों के सवालों का जवाब दिया. वेबीनार में डॉक्टर पैनलिस्ट के तौर पर शामिल हुए.

ये भी पढ़ें- दिल्ली के अभिभावकों ने कहा-नहीं भेजेंगे स्कूल

ये भी पढ़ें- तीसरी लहर की आशंका के बीच बच्चों को कैसे भेजें स्कूल !

वेबीनार में शामिल पैनलिस्ट ने कोरोना वायरस की रोकथाम और उसके लिए उठाए जाने वाले संभावित कदमों के बारे में बताया. साथ ही माता-पिता को बच्चों की सुरक्षा और बचाव को लेकर भी सलाह दी गई.

गाजियाबाद में भी खुल सकते हैं स्कूल

दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 1 सितंबर से स्कूल खोले जा सकते हैं. गाजियाबाद में कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों को खोलने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए पेरेंट्स एसोसिएशन ने एक सर्वे कराया है. इस सर्वे के अनुसार, 90 फीसदी पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं. पेरेंट्स का मानना है कि देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की संभावना बन रही है और बच्चों का वैक्सीनेशन भी नहीं हुआ है. ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना सही नहीं रहेगा. इस सर्वे में 270 पेरेंट्स ने वोट किया था.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : राजधानी दिल्ली में 1 सितंबर से स्कूलों को खोला जा रहा है. मौजूदा समय में स्कूलों को खोला जाना कितना सही है. इसे लेकर क्रांति अगेंस्ट करप्शन और राइट टू एजुकेशन पेरेंट्स एसोसिएशन ने छात्रों और अभिभावकों के साथ वेबीनार आयोजित कर उनकी राय जानी.


एनजीओ के अध्यक्ष हितेश कौशिक ने बताया कि वेबीनार में छात्रों के टीकाकरण और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा पर चिंता को लेकर चर्चा हुई. वेबिनार में अभिभावकों ने कहा कि छात्रों के टीकाकरण के बिना स्कूलों को खोलना सही नहीं है. इससे कई छात्र संक्रमित हो सकते हैं. हितेश कौशिक ने स्कूलों के खुलने की जमीनी हकीकत और स्कूलों के खुलने की घोषणा को लेकर अभिभावकों और उनकी प्रतिक्रिया पर प्रकाश डाला. साथ ही वेबीनार में शामिल पैनलिस्ट ने माता-पिता और छात्रों के सवालों का जवाब दिया. वेबीनार में डॉक्टर पैनलिस्ट के तौर पर शामिल हुए.

ये भी पढ़ें- दिल्ली के अभिभावकों ने कहा-नहीं भेजेंगे स्कूल

ये भी पढ़ें- तीसरी लहर की आशंका के बीच बच्चों को कैसे भेजें स्कूल !

वेबीनार में शामिल पैनलिस्ट ने कोरोना वायरस की रोकथाम और उसके लिए उठाए जाने वाले संभावित कदमों के बारे में बताया. साथ ही माता-पिता को बच्चों की सुरक्षा और बचाव को लेकर भी सलाह दी गई.

गाजियाबाद में भी खुल सकते हैं स्कूल

दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 1 सितंबर से स्कूल खोले जा सकते हैं. गाजियाबाद में कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों को खोलने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए पेरेंट्स एसोसिएशन ने एक सर्वे कराया है. इस सर्वे के अनुसार, 90 फीसदी पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं. पेरेंट्स का मानना है कि देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की संभावना बन रही है और बच्चों का वैक्सीनेशन भी नहीं हुआ है. ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना सही नहीं रहेगा. इस सर्वे में 270 पेरेंट्स ने वोट किया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.