नई दिल्ली/गाज़ियाबादः गाजीपुर बॉर्डर पर ऑक्सीजन से भरा हुआ एक टैंकर पहुंचने का वीडियो वायरल हुआ है. इसे खुद किसानों ने बनाया है. किसानों का आरोप है कि जानबूझकर ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले टैंकर गाजीपुर बॉर्डर वाले रास्ते पर भेजे जा रहे हैं. जबकि, इस रास्ते से होकर टैंकर को नहीं जाना है. किसानों ने वायरल वीडियो में आरोप लगाया कि किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए ऑक्सीजन सप्लाई वाले टैंकर को गाजीपुर बॉर्डर से होकर गुजारा जा रहा है.
वीडियो जारी करके दिया संदेश
भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने संबंधित वीडियो को जारी किया है. उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से वह लोगों तक मैसेज पहुंचाना चाहते हैं. किसान किसी भी आम व्यक्ति या जरूरी सेवा के कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं कर रहे हैं, बल्कि रास्ता गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने रोका हुआ है. उन्होंने कहा कि साजिश के तहत ऑक्सीजन के टैंकर को यहां से गुजारा जा रहा है, जिससे देश में गलत मैसेज जाए और किसान आंदोलन बदनाम हो जाए. पहले भी इस मामले पर सियासत की जा रही है. किसानों पर बिना वजह के झूठे इल्जाम लगाते हुए ऑक्सीजन के टैंकर को रोकने की बात कही जा रही है. यह बातें सिर्फ किसानों के खिलाफ साजिश का हिस्सा है. धर्मेंद्र मलिक द्वारा जारी किया गया, वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में यह दिखाया गया है कि कैसे ऑक्सीजन का टैंकर किसान आंदोलन के बीच पहुंच जाता है. कुछ सेकेंड के लिए रुकता है और फिर वापस चल देता है.
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राजनीति की बजाय सेवा करने का समय
किसानों ने साफ कर दिया है कि यह राजनीति का समय नहीं है. इस समय सभी मिलकर सेवा करें. किसान नेता राकेश टिकैत ने पहले ही कह दिया है कि अगर देश में लॉकडाउन लगेगा, तो किसानों ने, जो गाजीपुर बॉर्डर पर घर तैयार किए हैं, उन्हीं में रहेंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि किसान आंदोलन मांगे पूरी होने तक खत्म नहीं होगा.