नई दिल्ली/गाजियाबाद: केंद्र सरकार की तरफ से हाल ही में लाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों ने मोर्चा खोल रखा है. दिल्ली यूपी बॉर्डर यानी यूपी गेट पर किसान बीते एक हफ्ते से आंदोलन कर रहे हैं. किसान साफ कर चुके हैं कि जब तक केंद्र सरकार कृषि बिलों को लेकर कोई निर्णय नहीं लेती तब तक किसानों का आंदोलन यूं ही जारी रहेगा. बीते 24 घंटे से अधिक से किसानों ने एनएच 9 को भी जाम कर रखा है.
लोगों को हो रही परेशानी
कृषि कानूनों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में बीते एक हफ्ते से दिल्ली यूपी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान अपनी मांगों को लेकर यूपी गेट और एनएच-9 पर दिन-रात डटे हुए हैं. एन एच 9 जाम होने के चलते लोगों को खासा परेशानी उठानी पड़ रही है, क्योंकि हर रोज एनएच 9 से ही हजारों नौकरपेशा लोग गाजियाबाद से दिल्ली जाते है. एनएच 9 बंद होने के चलते लोगों को अन्य रास्तों से दिल्ली जाना पड़ रहा है. जिसके चलते घंटों जाम में भी जूझना पड़ रहा है. हर रोज सैकड़ों लोग इलाज के लिए गाजियाबाद से दिल्ली जाते हैं. ऐसे में किसानों ने एनएच 9 की एक लाइन को एंबुलेंस के लिए खोल रखा है.
'सरकार ही बताएगी'
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि किसानों के आंदोलन की आगे की क्या रणनीति होगी. यह तो सरकार ही बताएगी कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को लेकर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है, तब तक किसानों का आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.
प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो किसान नेताओं के साथ लगातार बातचीत जारी है और एनएच 9 को खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है. बता दें कि कल जिला प्रशासन ने एनएच 9 को खुलवा दिया था लेकिन जैसे ही ट्रैफिक का संचालन शुरू हुआ किसान गाड़ियों के आगे आकर लेट गए और किसानों ने फिर से एन एच 9 को जाम कर दिया.