नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के चलते एनएच-9 को बंद किया गया. वहीं घर से दफ्तर जाने की जल्दी में लोगों ने अस्थाई रास्ते बना दिए हैं. इन रास्तों से भले ही पांच मिनट पहले पहुंच सकें, लेकिन अपनी जान को जोखिम में लोग डालकर इन रास्तों पर सफर कर रहे हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर बीते महीने भर से दिल्ली जाने का मुख्य रास्ता बंद है. वहीं दूसरी ओर गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के खेतों के बीच से दोपहिया वाहनों ने रास्ता बना लिया है.
जिन रास्तों पर दोपहिया वाहन सफर कर रहे हैं, उन रास्तों पर एक तरह से ढलाने बनी हुई हैं. भरपूर गड्ढे, बड़े-बड़े पत्थर और कंटीले तारों से घिरा हुआ है. लेकिन इन लोगों के आगे न जाने ऐसी क्या मजबूरी है कि वह अपनी जान को जोखिम में डालकर इन रास्तों को पार कर रहे हैं. इन रास्तों से गुजरते हुए कई वाहन चालक गिर भी जाते हैं.
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दरअसल गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा देखने को मिली थी. इसमें कई पुलिसवाले और किसान घायल हुए. दिल्ली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई और नेशनल हाईवे 9 को पूरी तरह से सील कर दिया गया. कई लेयर की बैरिकेडिंग कर कंटीले तार लगा दिए गए.
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नेशनल हाईवे-9 दिल्ली से गाजियाबाद आने जाने का मुख्य रास्ता है. नेशनल हाईवे से लोगों को अन्य मार्गों से आवागमन करना पड़ रहा है.