नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के अर्थला इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. दरअसल एनजीटी के आदेश पर 400 से ज्यादा अवैध मकानों को गिराने का निर्देश दिया था. जिसके बाद से ही यहां मकान ध्वस्त किये जा रहे हैं, वहीं इलाके में हंगामे के आसार बने हुए हैं.
दरअसल ये 400 से ज्यादा मकान एक झील की जमीन पर बना दिए गए और प्रशासन को भनक तक नहीं लगी, लेकिन जब राज खुला तो 400 परिवारों के मकान तोड़ने का आदेश एनजीटी ने दिया. वहीं आरोप है कि ये अवैध रूप से बनाए गए मकानों पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोन भी दिया गया था. इसलिए अब इस मामले में माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही गई है. साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो फर्जीवाड़ा हुआ है उसमें भी एफआईआर दर्ज की जाएगी.
झील को स्वरूप में लाने का एनजीटी ने दिया आदेश
बता दें कि इस आदेश के बाद इलाके में कोहराम मचा हुआ है. 400 से ज्यादा घरों को गिराने का नोटिस दे दिया गया है और इसी क्रम में बुधवार को 20 मकानों को तोड़ भी दिया गया. नगर निगम ने प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि जिस सरकारी जमीन पर यह मकान बना है, वहां पर पहले झील हुआ करती थी और जब मामला एनजीटी में गया तो एनजीटी ने आदेश दिया कि झील को सही स्वरूप में लाया जाए.
स्थानीय लोगों को मिला है लोन
31 मई को प्रशासन इस मामले में एनजीटी में अपना जवाब दाखिल करेगा. वहीं गौर करने वाली बात ये है कि अवैध रूप से बने मकानों में नगर निगम की टीम इंस्पेक्शन करके भी गई थी और बाकायदा यहां पर कुछ लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोन भी दिया गया था. एक स्थानीय महिला ने बताया कि उसे मकान बनाने के लिए लोन मिला है.
2 दिन का मिला वक्त
हालांकि, प्रशासन की तरफ से रमजान को लेकर यहां के लोगों को 2 दिन का वक्त दिया गया है. तब तक इन्हें इन मकानों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं. यही नहीं अधिकारियों ने अब यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अगर कोई फर्जीवाड़ा सामने आएगा तो उसमें भी कार्रवाई की जाएगी और एफआईआर दर्ज होगी.