नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहते हैं कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर हो, लेकिन कोई ना कोई सुराग छोड़ ही जाता है. जी हां ऐसे ही एक ब्लाइंड केस का खुलासा किया है गाजियाबाद पुलिस ने (E rickshaw driver murder exposed). गाजियाबाद में ई रिक्शा चालक की गुमशुदगी के मामले में पुलिस के हाथ एक ऐसा सुराग लगा, जिसने इस केस को सुलझाने में पुलिस की मदद की. पुलिस ई रिक्शा चालक की गुमशुदगी की जांच कर रही थी लेकिन जब साक्ष्य सामने आये तो मामला हत्या का निकला.
मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके का है, जहां पर 14 सितंबर को सुभाष चंद्र नाम के रिक्शा चालक की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी. परिवार ने पुलिस को बताया था कि कुछ लोगों ने सुभाष से उनका ई-रिक्शा बुक कराया था. बाद में सुभाष उन्हें अपने साथ लेकर चले गए थे. परिवार को यह नहीं पता था कि किन लोगों ने ई-रिक्शा बुक कराया था. परिवार ने सुभाष चंद्र की गुमशुदगी दर्ज कराई और तलाश में भी जुटे रहे. लेकिन इस बीच पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला. फुजेट में सुभाष का ई रिक्शा किसी और व्यक्ति को चलाते देखा जा रहा है और दो व्यक्ति उसे धक्का लगा रहे हैं. बस इसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और मामले में राज खुल गया. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो की तलाश जारी है.
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सुभाष चंद्र की हत्या सिर्फ इस लिए कर दिया गया, क्योंकि आरोपी उनकी ई रिक्शा की बैटरी लूटना चाहते थे. सुभाष ने जब विरोध किया तो उसकी हत्या करके लाश को लोनी के ट्रॉनिका सिटी इलाके में फेंक दिया गया था. पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है. इसके बाद आरोपियों ने ई रिक्शा को एक अन्य जगह पर ले जाकर उसकी बैटरी निकाल ली. बैटरी को रखने के बाद आरोपियों ने ई-रिक्शा को धक्का लगा कर उसे लावारिस जगह पर छोड़ दिया था. पुलिस मामले में बाकी के दो आरोपियों की तलाश कर रही है.
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सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि सिर्फ ई रिक्शा की बैटरी जैसी मामूली वस्तु लूटने के लिए बदमाशों ने पहले ई-रिक्शा को बुक किया और उसके बाद सुभाष चंद्र की हत्या कर दी. यह बेहद चौंकाने वाला है. हालांकि सीसीटीवी की वजह से यह पूरी ब्लाइंड मिसिंग मिस्ट्री खुल पाई. क्योंकि अब यह मिसिंग मिस्ट्री की जगह मर्डर मिस्ट्री बन गई थी. इस बात का पता भी पुलिस को सीसीटीवी से ही चल पाया.
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