नई दिल्ली/गाजियाबादः भारत-पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध को शायद ही कोई भारतीय भूल पाएगा. क्योंकि 60 दिनों तक चलें, इस युद्ध में भारतीय वीरों ने पाकिस्तान के हौसले पस्त कर दिए थे और कारगिल पर विजय प्राप्त की थी.
युद्ध में भारत के 527 जवान शहीद हो गए थे. कारगिल युद्ध में शहीद जवानों के सम्मान में 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. इस दिन पूरा देश एकजुट होकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है.
इसी को लेकर आज मुरादनगर के खिमावती गांव के लोगों ने शहीद हुए जवानों के परिवारों को शॉल देकर सम्मानित किया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान मुरादनगर देहात मंडल के महामंत्री संजीव त्यागी भी मौजूद रहे.
शहीदों की प्रतिमाओं पर किया माल्यार्पण
देहात मंडल महामंत्री डॉक्टर संजीव त्यागी ने ढिढार गांव के शहीद हुए संजीव चौधरी की धर्म पत्नी नीलम चौधरी, मिलक गांव में शहीद हुए आनंद चौधरी की धर्मपत्नी रजनी देवी, रावली गांव में शहीद हुए रामकुमार शर्मा की माता और सुराना गांव में शहीद सुरेंद्र पाल यादव के साथ-साथ सुठारी गांव निवासी शहीद विनोद कुमार यादव के माता-पिता नेपाल यादव को शॉल देकर सम्मानित किया.
सम्मान समारोह में गांवों के प्रधान हुए शामिल
इस सम्मान समारोह में मुख्य रूप से ढिढार गांव के प्रधान दिनेश कुमार, मंडल महामंत्री विपिन चौधरी, सेक्टर संयोजक मनवीर चौधरी, रावली गांव निवासी संजय अरोड़ा, संजय कौशिक, सुराना से नरेंद्र यादव, खिमावती गांव से शुभम त्यागी सौरभ त्यागी, शिवम त्यागी और काफी ग्रामीण उपस्थित रहे. इन्होंने शहीदों की प्रतिमाओं को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
इस मौके पर देहात मंडल महामंत्री संजीव त्यागी ने कहा कि हम लोग शहीदों और इनके परिजनों का एहसान जीवन भर नहीं चुका पाएंगे. क्योंकि सरहद पर तैनात सैनिक दिन-रात जागकर देश की हिफाजत करते हैं. इन्हीं सैनिकों की बदौलत हम आराम से अपने घरों में सो पाते हैं.