नई दिल्ली/गाजियाबाद: देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए सरकार के शराब की दुकानें खोलने के निर्णय के बाद से इस फैसले का चारों तरफा विरोध देखने को मिल रहा है. सामाजिक संस्थाओं का कहना है कि शराब की बिक्री होने से लॉकडाउन की धज्जियां उड़ रही हैं.
अब वहीं दूसरी ओर मुरादनगर उद्योग व्यापार मंडल ने भी सरकार के इस फैसले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक पत्र लिखकर अपील की है कि जब सरकार शराब की बिक्री की अनुमति देकर शराब की दुकानें खुलवा सकती है तो भुखमरी और आत्महत्या करने के कगार पर पहुंच चुके व्यापारियों को भी व्यापार करने की अनुमति दी जा रही है.
मुरादनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष से खास बातचीत
इस पूरे मामले को लेकर व्यापार मंडल मुरादनगर के अध्यक्ष पंकज गर्ग से ईटीवी भारत की टीम ने की खास बातचीत की. पंकज गर्ग ने बताया कि उन्होंने ईमेल के माध्यम से एक पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव और गाजियाबाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय को भेजा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि मुरादनगर के सभी व्यापारियों ने लॉकडाउन का बड़ी सख्ती से पालन किया है.
इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जो दुकानें बंद हैं उनका बिजली का बिल माफ किया जाए. साथ ही जिन व्यापारियों ने बैंक से लोन लिया है. उसका ब्याज माफ किया जाए. इसके साथ ही वह सरकार से अनुरोध करते हैं कि व्यापारियों को पूर्ण रूप से व्यापार करने की इजाजत दे दी जाए और वह सरकार को आश्वासन देते हैं कि वह सरकार के सभी निर्देशों का पालन करेंगे सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखेंगे.
शराब की दुकानों से उड़ी लॉकडाउन की धज्जियां
सरकार के शराब बिक्री के फैसले को लेकर उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों के बाहर लाइने लगी हैं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं. बैंकों के बाहर भी लंबी लंबी लाइनें लग रही हैं जबकि वहीं दूसरी ओर मुरादनगर के व्यापारी अपनी दुकान सिर्फ 3 घंटे खोलकर जरूरी सामान की आपूर्ति करते हैं. इसलिए वह मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि जब व्यापारी इतना सहयोग कर रहा है तो सरकार भी उन्हें व्यापार करने की अनुमति प्रदान करें.