नई दिल्ली/गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद में आपराधिक वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले 10 दिनों में हुई चोरी, लूट और हत्या की वारदातों ने सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है. इस रिपोर्ट में हम पिछले 10 दिनों के आपराधिक आंकड़ों पर नजर डालेंगे. ये आंकड़े आपको चौंका कर रख देंगे.
जिले में फैली दहशत ने उड़ाई लोगों की नींद
अलग-अलग वारदातों में बदमाशों ने बेखौफ होकर पुलिस को चुनौती दी है. इन 10 दिनों में 17 तारीख से शुरुआत करें तो मुरादनगर में पेट्रोल पंप के गार्ड को गोली मारकर बदमाशों ने राइफल छीन ली थी. बाद में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी करके अपनी पीठ थपथपाई. लेकिन वारदातें नहीं रुकीं.
अगली सुबह साहिबाबाद में चोर दो शराब की दुकानों में से लाखों का माल लेकर फरार हो गए. यही नहीं इसके साथ ही इंदिरापुरम में डोमिनोज पिज्जा शॉप में लूट की वारदात अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए. बाद में पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी कर ली.
वहीं 21 तारीख को कवि नगर में बीजेपी नेता को रोड पर रोककर उनकी पिटाई कर दी गई. इसके अलावा साहिबाबाद से दिनदहाड़े डिलीवरी ब्वॉय का बैग चोरी होने की वारदात का CCTV फुटेज सामने आया. बदमाश यहीं नहीं थमे.
दो दिन पहले मोदीनगर इलाके में अक्षय नाम के युवक की हत्या के बाद सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. 2 दिन पहले ही ट्रॉनिका सिटी में बदमाशों ने नाम पूछ कर युवक को गोली मार दी. उन बदमाशों का भी पुलिस के पास अब तक कोई सुराग नहीं है. कुल मिलाकर जो चोरी लूट और हत्या की वारदातें पिछले 10 दिनों में हुई हैं. उससे साफ है कि गाजियाबाद में अपराध का ग्राफ कम नहीं हो रहा है.
अपराधों में नहीं हो रही कमी
बढ़ते हुए अपराधों को रोकने के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. लेकिन अधीनस्थ लेवल की पुलिस व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. 3 दिन पहले एसएसपी ने 31 चौकी इंचार्ज इधर से उधर कर दिए थे. कानून-व्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी कदम उठाया गया था. साथ ही एक ही रात में 40 बदमाशों के खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोल दी थी. लेकिन अपराध में कोई कमी नहीं आ रही है.