नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले में बीती रात हुई बारिश के बाद लोनी के स्वास्थ्य केंद्र में जलभराव हो गया है. हाल ये है कि स्वास्थ्य केंद्र के भीतर जाने वाला रास्ता भी ब्लॉक हो गया है. स्वास्थ्य केंद्र के गेट से लेकर अंदर तक कई फुट ऊंचा पानी भरा है.
ऐसे में यहां मरीजों का पहुंचना नामुमकिन है. जलभराव में नाले का पानी भी मिक्स हो गया है, इससे पानी काफी गंदा और बदबूदार हो गया है. अगर इस गंदे पानी से होकर कोई मरीज गुजरेगा तो वो स्वास्थ्य केंद्र से ठीक होने की बजाय और बीमार हो सकता है. सवाल ये है कि बारिश के मौसम से पहले नालों की सफाई क्यों नहीं करवाई जाती है?
थोड़ी सी बारिश ने खोली पोल
फिलहाल थोड़ी सी बारिश हुई है. जिसके बाद जलभराव के ऐसे हालात हो गए हैं. सोचिए, अगर काफी तेज मूसलाधार बारिश कई दिनों तक हो गई तो किस तरह के हालात होंगे. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि लोनी नगर पालिका ने सामान्य दिनों में क्या काम करवाया.
हर साल दावे किए जाते हैं कि बारिश के लिए तमाम नालों की सफाई करवा ली गई है. लेकिन उसके बावजूद हमेशा दावे जलभराव के पानी में घुलते हुए दिखाई देते हैं. जमीनी हकीकत के तौर पर लोगों के लिए सिर्फ समस्या ही नजर आती है जो इस बार भी नजर आ रही है.
कोरोना काल में गंदगी का अंबार
देश में एक तरफ लोग कोरोना से जूझ रहे हैं. तो वहीं पानी भर जाने से यहां पर काफी ज्यादा गंदगी और बदबू हो गई है. ऐसा नहीं लगता कि यह पानी आने वाले कई दिनों तक यहां से निकल पाएगा.
जब यह पानी निकलेगा तो उसमें मौजूद गंदगी के कीटाणु भी लोगों को परेशान करेंगे. सरकारी महकमे कोरोना काल में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर कितने संजीदा हैं? इसका जवाब स्वास्थ्य केंद्र के हाल को देखते ही मिल रहा है.