नई दिल्ली/गाजियाबाद: नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की संस्था 'बचपन बचाओ आंदोलन' ने अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया है. इन तमाम बच्चों को रेस्क्यू कर संस्थान ने जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया है.
9 से 14 साल के बच्चे
अरशद मेहंदी ने बताया कि कल हमें सूचना मिली थी कि अवध-असम एक्सप्रेस में करीब 10 से 12 बच्चों को काम करने के लिए दिल्ली लाया जा रहा है. हमारी टीम के कई सदस्य हापुड़ से ट्रेन में चढ़े और इन तमाम बच्चों की तलाश की. इसके बाद 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. इन तमाम बच्चों की आयु 9 से 14 साल है. इन बच्चों को बिहार और बंगाल से दिल्ली लाया जा रहा था. रेस्क्यू के बाद इन तमाम बच्चों को जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक इन 6 बच्चों को 5 लोगों द्वारा दिल्ली लेकर जाया जा रहा था. पुलिस ने इन तमाम लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है कि आखिर ये लोग बच्चों को दिल्ली क्यों लेकर जा रहे थे.
सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किए जाएंगे बच्चे
गाजियाबाद जीआरपी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन से कुछ बच्चों को बाल मजदूरी पर ले जाने की सूचना पर एक संस्था की मदद से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. इन तमाम बच्चों को मेडिकल होने बाद चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया जाएगा. इस संबंध में जांच की भी की जा रही कि आखिर क्यों इन बच्चों को दिल्ली लेकर जाय रहा था.