नई दिल्ली/गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद जिले के पत्रकारों ने बुधवार को 'पत्रकारों के साथ हो रही अभद्रता और दुर्व्यवहार' पर रोक लगाने की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.
बुधवार को जिला गाजियाबाद की मोदीनगर तहसील में 'तहसील दिवस' के अवसर पर उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के बैनर तले गाजियाबाद के जिलाध्यक्ष और मोदीनगर के सभी पत्रकारों ने मिलकर हाथरस की घटना की निंदा की. उन्होंने हाथरस केस की कवरेज के दौरान पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर उप जिलाधिकारी सौम्या पांडे को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में पत्रकारों ने मांग की है कि सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के मान सम्मान की रक्षा करते हुए पत्रकारों की हत्या पर रोक लगाएं और उन को सुरक्षा मुहैया कराए.
'लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर किया प्रहार'
उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि हाथरस की घटना को लेकर आज उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने एक मांग पत्र दिया है. जिसमें मोदीनगर के सभी पत्रकारों ने अपनी मांगें रखी हैं. वरिष्ठ पत्रकार राकेश शर्मा का कहना है कि वह हाथरस की घटना की निंदा करते हैं. जिस तरीके से वहां पर 48-48 घंटे पत्रकारों को रोका गया है. यह सरकार और स्थानीय प्रशासन का अच्छा निर्णय नहीं है. यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर प्रहार है और जिस तरीके से आजकल पत्रकारों की हत्या हो रही है. इसकी निंदा करते हुए सरकार से मांग करते हैं कि पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
'पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराए सरकार'
वरिष्ठ पत्रकार अनिल मित्तल का कहना है कि आज कल जिस तरीके से पत्रकारों का शोषण हो रहा है. वह इसकी निंदा करते हैं और योगी सरकार से मांग करते हैं कि पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए. अगर पत्रकारों से ऐसे ही व्यवहार होता रहा तो पूरे प्रदेश और देश के पत्रकार मिलकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
पत्रकार सर्वेश शर्मा का कहना है कि हाथरस की घटना अशोभनीय है और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ और जनता और सरकार के बीच के पुल को सरकार तोड़ने का काम कर रही है. यह हम लोगों को बर्दाश्त नहीं है. इसलिए आज उन्होंने उप जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांगों से अवगत कराया है. अगर पत्रकारों के साथ ऐसे ही अभद्रता चलती रही तो वह इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.