नई दिल्ली/गाजियाबाद: जनपद के इंदिरापुरम गुरुद्वारे के सेवादारों ने अब तक करीब 4000 से ज्यादा लोगों की जिंदगी बचा ली है. 23 अप्रैल को गुरुद्वारे ने मुफ्त ऑक्सीजन लंगर की सुविधा शुरू की थी. गुरुद्वारे से शुरू की गई इस सेवा ने वरदान का काम किया है. दिल्ली एनसीआर ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी यहां पर वह मरीज पहुंच रहे हैं, जिन्हें कहीं ऑक्सीजन, बेड नहीं मिल पा रहा था.
गुरुद्वारे में सेवा और प्रार्थना से काफी मरीजों को ऑक्सीजन देकर वापस भेजा गया है. जिनकी हालत में काफी सुधार भी देखने को मिल रहा है. यही नहीं गुरुद्वारे में अब जर्मनी से भी ऐसी ऑक्सीजन मशीनें मंगवाई गई हैं, जिनसे एक साथ 16 मरीजों को ऑक्सीजन दी जा सकती है. रोजाना यहां करीब 500 मरीज पहुंच रहे हैं. मौके पर ही मरीजों को ऑक्सीजन किट लगाकर सांसे प्रदान की जाती है. जब तक मरीज का ऑक्सीजन लेवल सामान्य नहीं हो जाता, तब तक गुरुद्वारे के सेवादार मरीज की सेवा में लगे रहते हैं. गुरुद्वारे के बाहर टेंट लगाकर इसे मिनी ऑक्सीजन हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया है.
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नई मशीनों से हो रही सामूहिक मदद
गुरुद्वारे से जुड़े सेवादारों ने बताया कि जब 23 अप्रैल को यह शुरुआत की गई थी. तब काफी कम मशीनें उनके पास थी. लेकिन जर्मनी से आई मशीनों से सामूहिक मदद में कामयाब हो पा रहे हैं. इसलिए यह आंकड़ा रोजाना 500 लोगों की मदद तक पहुंच पा रहा है. शुरुआती दिनों में 100 से 200 लोगों की ही मदद हो पा रही थी और उन्हें ऑक्सीजन मिल पा रही थी. धीरे-धीरे इस व्यवस्था को और ज्यादा दुरुस्त किया जा रहा है. जितने लोगों की जान बच रही है, वह काफी दुआएं भी दे रहे हैं और धन्यवाद भी अदा कर रहे हैं.
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ऑक्सीजन देने के बाद भी मदद
हमने आपको यह भी बताया था कि कैसे गुरुद्वारे द्वारा ऑक्सीजन दिए जाने के बाद, मरीज और उनके तीमारदारों को नारियल पानी के अलावा ओआरएस घोल भी मुफ्त में दिया जा रहा है. जिससे अगर वह अपने घर जा रहे हैं, तो उनकी इम्यूनिटी बरकरार रहे. इस तरह की सेवा इस आपदा के दौरान वाकई काबिले तारीफ है, जिसको कभी नहीं भुलाया जा सकता. गुरुद्वारे ने जो मिसाल कायम की है, उसकी चर्चा विदेशो तक हो रही है और बताया जा रहा है कि विदेशों से भी लोगों के फोन मदद के लिए आ रहे हैं.