नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद में नर्सों से बदसलूकी करने वाले जमाती अब ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. 5 जमातियों पर मुकदमा दर्ज था. जिन्हें डासना की अस्थाई जेल में शिफ्ट किया गया है.
गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि इन पांचों जमातीयों का रिमांड भी कोर्ट से मंजूर हो गया है. रिमांड के दौरान इन जमातियों से पुलिस आगे की पूछताछ करेगी. इन्हें फिलहाल डासना में बनाई गई अस्थाई जेल में ही रखा गया है. बता दें बीते महीने गाजियाबाद के जिला अस्पताल में एडमिट कराए गए जमातियों ने नर्सों और अस्पताल स्टाफ के साथ बदसलूकी की थी. जो सभी जमाती क्वॉरेंटाइन किए गए थे.
जनपद में इतने मामले में दर्ज
गाजियाबाद में महामारी अधिनियम के 24 मुकदमे दर्ज करवाए जा चुके हैं. जिसमें से 94 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके अलावा आपदा प्रबंधन अधिनियम से संबंधित 7 मुकदमें लिखवाए गए थे.
जिसमें से 54 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. इसमें जो 17 लोग पूर्व से क्वॉरेंटाइन है, उसमें से सात नेपाली राष्ट्र के हैं. बाकी के 10 इंडोनेशिया राष्ट्र के हैं. उनके संबंध में आज न्यायालय में रिमांड स्वीकृत किया गया है. इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज था. इंडोनेशिया नागरिकों के खिलाफ वीजा के उल्लंघन का मुकदमा भी दर्ज है.
अस्थाई जेल का मकसद खास
गाजियाबाद में मुख्य रूप से डासना जेल है. लेकिन डासना जेल से कुछ दूरी पर ही अध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील किया गया था. इसका मकसद यही था कि जो जमाती या ऐसे मरीज जिन पर मुकदमे दर्ज हैं. वह जब डिस्चार्ज होंगे तो उन्हें अस्थाई जेलों में रखा जाएगा. यूपी में कई जगह इस तरह की अस्थाई जेल बनाई गई हैं.