नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले की पुलिस ने चौंकाने वाली जानकारी साझा की है. 15 हजार से ज्यादा व्यक्तियों पर चुनावी अधिसूचना लागू होने के बाद से सीआरपीसी की कार्यवाही की गई है और उन्हें पाबंद किया गया है. यही नहीं 10,000 से ज्यादा लाइसेंसी शस्त्र जमा कराए गए. वहीं, 36 शस्त्र लाइसेंस निरस्त भी कर दिए गए हैं. इसके अलावा 90 लाख रूपए से ज्यादा की अवैध रकम बरामद की जा चुकी है.
पुलिस के मुताबिक, दिनांक 08.01.2022 को विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 की अधिसूचना निर्वाचन आयोग द्वारा लागू की गयी थी। जनपद गाजियाबाद में प्रथम चरण का चुनाव 10 फरवरी को होना है. अधिसूचना लागू होने के तुरन्त बाद जनपदीय पुलिस द्वारा 15,388 व्यक्तियों को 107/116 सीआरपीसी की कार्यवाही करते हुए 116 (3) सीआरपीसी में पाबन्द कराया गया. 10,360 लाईसेन्सी शस्त्र जमा कराये गये और 36 शस्त्र लाईसेन्स निरस्त कराये गये.
इसे भी पढ़ें: गाजियाबाद में पुलिस ने कार से बरामद किए लाखों रुपये
NBW के तहत 299 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. आचार संहिता उल्लंघन के सम्बन्ध में विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुल 31 संज्ञेय अपराध व कुल 3 असंज्ञेय अपराध पंजीकृत हुए. जनपद में करीब 3000 लीटर शराब जिसकी कीमत लगभग 10 लाख से ज़्यादा है, जब्त की गयी. साथ ही 200.84 किलोग्राम मादक पदार्थ गाँजा, स्मैक, चरस, अफीम आदि मूल्य लगभग 15 लाख रुपये की जब्त की गयी.
पुलिस के मुताबिक, जनपद में FST /SST व जनपदीय पुलिस द्वारा वाहन चैकिंग के दौरान 90 लाख से अधिक रुपये जब्त किये गये. जनपद में 795 मतदेय स्थलों पर निर्वाचन आयोग के मानक के अनुसार पुलिस बल का व्यवस्थापन किया गया है. साथ ही पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल व्यवस्थापित कर स्वतन्त्र व निष्पक्ष चुनाव जनपदीय पुलिस द्वारा सम्पादित कराया जायेगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप