नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद की डासना जेल देश की पहली ऐसी जेल बन गई है, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया गया है. डासना जेल के अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि आज जेल में बंद करीब ढाई हजार कैदियों का वैक्सीनेशन किया गया, जिसके बाद जेल में 100 फ़ीसदी कैदियों का वैक्सीनेशन पूरा हो गया है.
100 फ़ीसदी कैदियों का वैक्सीनेशन हुआ पूरा
जेल अधीक्षक का कहना है कि देश भर की जेलों की तुलना में यह अब तक का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव रहा है. 1 दिन में इतने कैदियों को किसी भी जेल में वैक्सीन नहीं लगाई गई थी. उनके मुताबिक डासना जेल में शत-प्रतिशत कैदियों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. इसके अलावा जेल में फिलहाल एक भी कोरोना का मरीज नहीं है. बाहर से आने वाले नए कैदियों को पहले क्वारंटाइन किया जाता है. क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद ही बंदियों को मुख्य जेल में ट्रांसफर किया जाता है. अधीक्षक ने बताया कि 45 से अधिक उम्र वाले कैदियों को दोनों डोज़ लगवाए जा चुके हैं.
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देश भर की जेलों के लिए बनी प्रेरणा
बता दें कि डासना जेल ने यूपी की जेलों की तुलना में मिसाल कायम की है. जेल में मात्र कुछ ही बंदी कोरोना संक्रमित हुए थे, लेकिन संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए थे. कैदियों के इलाज की पूरी व्यवस्था की गई थी. जेल में ही क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए थे. बाहर से आने वाले नए बंदियों के लिए 3 लेयर में सेफ्टी दायरा तैयार किया गया है.
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नए कैदी के आते ही कोरोना टेस्ट करवाना जरूरी है. इसके बाद बंदी का RT-PCR टेस्ट करवाया जाता है. उसके बाद भी कैदी को मुख्य जेल में न भेजकर पहले क्वारंटाइन में रखा जाता है. फाइनल टेस्ट के बाद जब बंदी की रिपोर्ट निगेटिव आती है, उसके बाद ही उसे मुख्य जेल में शिफ्ट किया जाता है.