नई दिल्ली/गाजियाबाद: दुनिया भर में कोविड-19 वैश्विक महामारी ने आतंक मचा रखा है. भारत में कोविड-19 वैश्विक महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया था. इस दौरान तमाम होटल, रेस्टोरेंट, मॉल सभी व्यवसाय बंद थे. गाजियाबाद में 10 जून से होटल खोले गए. जिला प्रशासन ने होटल संचालकों को सख्ती से कोविड-19 वैश्विक महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए गाइडलाइंस का पालन करने का आदेश दिया. होटल संचालकों ने सैनिटाइजर, मास्क सभी व्यावथाओं के साथ होटलों का संचालन शुरू किया.
ईटीवी भारत ने होटल संचालकों से की बातचीत
गाजियाबाद में होटल खुले करीब एक हफ्ते से अधिक हो चुका है लेकिन अभी भी होटलों में ग्राहक ना के बराबर है या फिर यूं कहें कि कोरोना का कहर के चलते होटल व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने होटल संचालकों से बातचीत की. जिसमें होटल संचालक और बजरिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष जीत सिंह राणा ने बताया कि होटल खुलने के बाद भी होटलों में ग्राहक ना के बराबर हैं. उनके होटल में करीब 20 कमरे हैं. लॉकडाउन से पहले करीब 15 कमरे प्रतिदिन बुक होते थे लेकिन आजकल बमुश्किल एक कमरा बुक हो पाता है या फिर कोई दिन ऐसा होता है कि कोई बुकिंग नहीं आती है. उनके मुताबिक लॉकडाउन के बाद होटल व्यवसाय केवल 5% ही रह गया है.
होटल संचालकों को सता रही चिंता
गाजियाबाद के बजरिया में करीब 40 से 45 होटल हैं, तमाम होटलों की स्थिति लगभग एक समान है. ग्राहक ना के बराबर हैं. ऐसे में होटल संचालकों को चिंता सता रही है कि जब आमदनी तो ना के बराबर है तो ऐसे में कर्मचारियों की तनख्वाह और होटल के खर्चों को किस तरह से वहन किया जाए. अधिकतर लोग व्यापार से संबंधित कार्यों के लिए आते हैं या फिर यूं कहें कि गाजियाबाद के बजरिया के होटलों में भारी संख्या में व्यापारी आकर ठहरते हैं. आजकल व्यापार कोरोना वायरस के चलते प्रभावित हैं. ऐसे में व्यापारी गाजियाबाद ना के बराबर आ रहे हैं. जिसका असर होटल व्यवसाय पर पड़ रहा है.