नई दिल्ली/गाजियाबादः झारखंड का रहने वाला एक ग्रेजुएट पास युवक अफीम तस्कर बन गया. उसने परिवार की एक महिला को साथ शामिल किया और तस्करों का गैंग तैयार कर लिया. एनसीआर में गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी और उसकी महिला साथी समेत पांच आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपियों से एक करोड़ कीमत की अफीम बरामद हुई है.
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच और कवि नगर पुलिस ने झारखंड से तस्करी कर लाई जा रही एक करोड़ रुपए की कीमत की अफीम समेत पूरे गिरोह के पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग का सरगना विनोद है, जो ग्रेजुएट है. वो पहले ई-रिक्शा चलाता था. जब उसने अमीर बनने का सपना देखा तो अफीम की तस्करी दिल्ली एनसीआर में करने लगा. विनोद और उसके साथियों से पुलिस ने इको कार में तस्करी कर लाई जा रही अफीम की खेप पकड़ी है.
पुलिस पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि ये लोग झारखंड के रहने वाले हैं. वहां से अफीम लेकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड में सप्लाई करते थे. झारखंड में इन लोगों को 60 हजार रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से अफीम मिलती थी. आगे ये 1 से 1.5 लाख रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बेचा करते थे. उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब के सरदार और उत्तराखंड से भी कई बड़े लोग इनसे अफीम मंगवाया करते थे.
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आरोपियों ने बताया कि झारखंड से ट्रेन, बस और कार के जरिए अफीम की तस्करी किया करते थे. दिल्ली में भी बड़ी डिमांड होती थी, इसलिए यह लोग अधिकांश दिल्ली के आसपास के इलाकों में इसकी सप्लाई करते थे. पुलिस झारखंड में बैठे पेडलेर की तलाश कर रही है, जो इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड है.