नई दिल्ली : देश में कोविड-19 वैश्विक महामारी का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोनावायरस ने तमाम त्यौहारों की रौनक छीन ली है. होली को बेरंग और ईद को फीका करने के बाद अब ईद-उल-अजहा की रौनक भी कोरोना वायरस ने छीन ली है. ईद-उल-अजहा से पहले बकरा व्यापारी अच्छी खासी आमदनी कर लिया करते थे, लेकिन इस बार व्यापार कोरोना के चलते चौपट है.
ईद-उल-अजहा के त्यौहार में चंद दिन बाकी हैं. हर साल ईद से पहले जहां एक तरफ शहर के प्रमुख बाजारों में लोग त्यौहार की खरीदारी करते थे तो वहीं दूसरी तरफ बकरों की खरीद-फरोख्त के लिए भी बड़े-बड़े बाजार लगते थे, लेकिन इस बार सब कुछ कोरोना वायरस के चलते ठंडा पड़ा है.
30 बकरों में से बिके 6
इस साल ईद-उल-अजहा से पहले बकरों का व्यापार कैसा है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने कुछ बकरा व्यापारियों से बातचीत की. बकरा व्यापारी हनीफ ने बताया कि कोरोना के चलते व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ हुआ है. उन्होंने बताया कि ईद-उल-अजहा के लिए वह 30 बकरे बेचने के लिए लेकर आए थे, लेकिन बमुश्किल 6 बकरे बिक पाए हैं. हर वर्ष करीब दो से ढाई लाख रुपए का बकरों का ईद पर व्यापार होता था, लेकिन इस बार व्यापार चौपट पड़ा है.
25 फीसदी ही रह गया कोरोबार
बकरा व्यापारी राशिद ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से बकरों का व्यापार कर रहे हैं लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते बाजार में बहुत मंदी है. महामारी के चलते ईद-उल-अजहा से पहले बकरों का व्यापार मात्र 25 फीसदी ही रह गया है. ऐसे में व्यापारियों को चिंता सता रही है कि इस बार कहीं व्यापार में उन्हें नुकसान ना झेलना पड़े.