नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड ज़ोन 'अत्यंत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया गया है. गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 329 दर्ज किया गया है.
गाजियाबाद में प्रदूषण का यह कहर लगातार जारी है. इसे लेकर प्रशासन की ओर से तमाम कवायद जारी है, लेकिन उसका कोई खासा असर दिखाई नहीं दे रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आज यानी 25 फरवरी 2022 को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 'अत्यंत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है, जोकि 329 AQI है. गाजियाबाद के लोनी का एयर क्वालिटी 374 दर्ज किया गया है. आंकड़ों के मुताबिक आज देश का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
इलाका | AQI |
इंदिरापुरम | 286 |
वसुंधरा | 318 |
संजय नगर | 339 |
लोनी | 374 |
बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
एक नज़र देश के सबसे प्रदूषित शहरों पर:
शहर | AQI |
गाजियाबाद | 329 |
भिवाड़ी | 319 |
फरीदाबाद | 308 |
ग्रेटर नोएडा | 302 |
मेरठ | 300 |
मानेसर | 296 |
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
• दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.